Crypto मार्केट की उथल-पुथल आदमी के डर और लालच को बताती है- चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर

नागेश्वरण बेंगलुरु में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) समर्थित थिंक टैंक, इंडिया फाउंडेशन द्वारा आयोजित इंडिया आइडियाज कॉन्क्लेव (India Ideas Conclave) में बोल रहे थे

Crypto मार्केट की उथल-पुथल आदमी के डर और लालच को बताती है- चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर

स्टॉक मार्केट, क्रिप्टो मार्केट की उथल पुथल को CEA ने आदमी के डर और लालच का नजीता बताया

ख़ास बातें
  • India Ideas Conclave में नागेश्वरण ने रखे विचार
  • वर्तमान अवसर को उन्होंने इकोनॉमी का चौथा एडिशन माना
  • 1991 में आई बड़े उदारीकरण की नीति का भी उन्होंने जिक्र किया
विज्ञापन
स्टॉक मार्केट की अस्थिरता और क्रिप्टो निवेश के हालिया क्रेज के बारे में जिक्र करते हुए भारत के चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वी. अनंत नागेश्वरण ने कहा कि यूक्रेन में चल रहा युद्ध इस बात का उदाहरण है कि तकनीकी कुछ चुनौतियों के अधूरे उत्तर ही ला सकती है, लेकिन यह ये भी दिखाता है कि तकनीकी मानव के डर और लालच को भी बढ़ाती है जिससे उथल-पुथल मचती है। 

"यूक्रेन में युद्ध के जो हालात बने, उससे पता चलता है कि टेक्नोलॉजी उन चुनौतियों के अधूरे उत्तर ही पेश कर सकती है, जिनका हम सामना करते हैं। लेकिन, स्टॉक मार्केट की उथल-पुथल, अस्थिरता, या क्रिप्टो में निवेश करने का क्रेज, या क्रिप्टो एसेट्स के भरोसे चल रहे स्टेबल कॉइन, ये सब बताते हैं कि मानव अभी भी डर और लालच की कठपुतली है, और इसी के चलाए चलता है, कई बार तकनीकी इसे कम करने की बजाए और ज्यादा बढ़ा देती है।" उन्होंने कहा। 

नागेश्वरण के बयान पर टिप्पणी देते हुए (नाम न छापने की शर्त पर) एक सीनियर इकोनॉमिस्ट ने कहा कि चूंकि इनफ्लेशन नई ऊंचाईयों को छू रही है, लोग इस संकट से बचने के लिए हर उस चीज की ओर खिंचे चले जाते हैं जहां पर वे इकट्ठा हो सकते हैं। 

नागेश्वरण बेंगलुरु में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) समर्थित थिंक टैंक, इंडिया फाउंडेशन द्वारा आयोजित इंडिया आइडियाज कॉन्क्लेव (India Ideas Conclave) में बोल रहे थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि तकनीकी कितना ही विकास कर ले लेकिन मानव के लालच को खत्म नहीं कर सकती है। भारत अब महामारी के लगभग खत्म होने के बाद इससे उबर कर आगे बढ़ रहा था, और अर्थव्यवस्था के चौथे एडिशन की ओर चल रहा था। 

उन्होंने 1991 में आई बड़े उदारीकरण की नीति का जिक्र किया और इसे इकोनॉमी का पहले एडिशन कहा। जिसमें यूपीए सरकार ने सामाजिक अधिकार योजना पर फोकस किया। उसके बाद 2004 में इन्हें सशक्तिकरण और संवैधानिक अधिकार (भोजन, शिक्षा और रोजगार की गारंटी) के रूप में पेश किया, जिसे इकोनॉमी का सेकेंड एडिशन माना गया। उसके बाद मोदी सरकार की भूमि और श्रम मार्केट को परिवर्तित करने की कोशिश को तीसरा एडिशन बताया। उन्होंने कहा कि अब यह इकोनॉमी का चौथा एडिशन है जो अगले 25 सालों के लिए देश की अर्थव्यवस्था और भविष्य को आकार देगा। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Poco F7 के स्पेसिफिकेशन्स हुए लीक; 7000mAh बैटरी, 90W चार्जिंग के साथ जानें कब होगा लॉन्च?
  2. Vivo Y29 5G vs Motorola Edge 50 Neo vs OPPO A5 Pro: जानें कौन सा है बेस्ट
  3. गजब हो गया! हमारी पृथ्‍वी से ज्‍यादा पानी ब्रह्मांड में लगा रहा ब्‍लैक होल का चक्‍कर, जानें
  4. 6000mAh बैटरी, 80W चार्जिंग के साथ OPPO A5 Pro लॉन्‍च, जानें प्राइस
  5. Xiaomi कर रहा नए हाई एंड टैबलेट पर काम!, Apple iPad को देगा टक्कर
  6. बाल-बाल बची धरती! एयरोप्‍लेन जितना बड़ा एस्‍टरॉयड पास से गुजरा, जानें इसके बारे में
  7. टेलीकॉम कंपनियों के लिए जरूरी हुआ केवल कॉल्स और SMS का अलग टैरिफ प्लान पेश करना
  8. Honor ने Magic 7 Pro के लिए लॉन्च की प्रोफेशनल फोटोग्राफी किट, जानें सबकुछ
  9. Oppo Find X8 Mini में होगी 5600mAh बैटरी! अगले साल हो सकता है लॉन्‍च
  10. बिटकॉइन में बढ़ी कंपनियों की दिलचस्पी, MicroStrategy ने दोबारा की बड़ी खरीदारी
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »