क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को अपनाने में दुनिया तेजी से आगे बढ़ रही है, लेकिन भारत में कानूनी पचड़ों के चलते क्रिप्टो सेक्टर पर अभी भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। भारत सरकार का कड़ा रुख भारतीय निवेशकों और क्रिप्टो सेक्टर के बीच दीवार बना हुआ है। बावजूद इसके, भारत में क्रिप्टो होल्डर्स की संख्या चौंकाने वाली है जिसका खुलासा एक नई रिपोर्ट में किया गया है।
KuCoin नाम की क्रिप्टो एक्सचेंज ने दावा किया है वर्तमान में भारत में 11.5 करोड़ निवेशक हैं जो इसकी जनसंख्या का 15% है। अधिकांश क्रिप्टो निवेशक 18 साल से 60 साल की उम्र के बीच में हैं। लेकिन, इतनी संख्या होने के बाद भी भारत क्रिप्टो पेमेंट्स को देश में लागू नहीं कर रहा है। हालांकि,
क्रिप्टो ट्रेडिंग, सेल और पर्चेज देश में एक टैक्स सिस्टम के अंतर्गत साल की शुरुआत में चालू कर दी गई थी।
KuCoin ने The Cryptoverse Report India नामक अपनी
रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय
क्रिप्टो बाजार 2030 तक 241 मिलियन डॉलर (लगभग 1,924 करोड़ रुपये) की वैल्यूएशन तक पहुंच जाएगा, ऐसी उम्मीद है। मौजूदा क्रिप्टो निवेशकों के अलावा 10% ऐसे युवा
क्रिप्टो फैन्स हैं जो अगले 6 महीने के भीतर डिजिटल एसेट्स में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में लोगों को क्रिप्टो मार्केट की पूरी जानकारी नहीं है और ऐसे लोगों की संख्या 41% है। उनका कहना है कि उन्हें ये सुनिश्चित नहीं है कि कौन से क्रिप्टो इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट में निवेश किया जाना चाहिए। वहीं, 37% लोगों को अपने पोर्टफोलियो से जुड़े रिस्क को संभालना नहीं आता है। और, 27% लोग ऐसे हैं जिन्हें मार्केट मूड के बारे में अंदाजा नहीं लगाना आता है। 21% संख्या ऐसे लोगों की भी है जिन्हें ये नहीं पता है कि क्रिप्टो काम कैसे करता है।
क्रिप्टोकरेंसी रेगुलेशन को लेकर जो असमंजस भारत में बना हुआ है, वो निवेशकों को क्रिप्टो सेक्टर में आने से रोकने का बड़ा कारक बना हुआ है। साथ ही, एक दूसरा कारक ये भी है कि लोगों को हैक हमलों में अपने फंड गंवाने का डर भी है। 33% लोगों इसी बात की चिंता है कि क्रिप्टो को लेकर सरकार का रुख क्या होगा। 26% लोगों को हैकिंग अटैक्स का डर है और 23% ऐसे हैं जिनको इस बात की चिंता है कि फ्रॉड या दूसरे हैक्स या मार्केट क्रैश में गंवाया गया पैसा वापस मिलेगा भी या नहीं।
KuCoin ने 2042 भारतीय वयस्कों को लेकर ये सर्वे किया है। इनमें से 56% निवेशक मानते हैं कि क्रिप्टो, फाइनेंस का फ्यूचर है। वहीं, 54% लोगों का मानना है कि लम्बी अवधि के निवेश में वे बहुत ज्यादा रिटर्न दे सकते हैं। दुर्भाग्य से भारत से उन देशों की लिस्ट में शामिल नहीं है जिनमें क्रिप्टो फ्रेंडली कदम उठाए जा रहे हैं और इस उभरते सेक्टर के विकास में योगदान दिया जा रहा है।
Forex Suggest की लेटेस्ट Worldwide Crypto Readiness Report में कहा गया है कि दुनिया के सबसे अधिक क्रिप्टो रेडी देशों की लिस्ट में हॉन्ग कॉन्ग, अमेरिका और स्विट्जरलैंड टॉप 3 देशों की लिस्ट में शामिल हैं।