क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जारी अनिश्चितता का असर अब इस क्षेत्र में सर्विसेज पर भी दिख रहा है। ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कॉइनबेस (Coinbase Global Inc) ने क्रिप्टो मार्केट में आई ‘मंदी' को देखते हुए बीते दिनों दो हफ्तों के लिए हायरिंग को रोक दिया था। अब एक ब्लॉग पोस्ट में कंपनी ने कहा है कि वह हायरिंग फ्रीज को और आगे ले जाएगी यानी भर्तियों पर रोक अभी जारी रहेगी और मौजूदा मैक्रोइकॉनमिक परिस्थितियों से निपटने के लिए कई स्वीकृत प्रस्तावों को भी रद्द किया जाएगा।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, कॉइनबेस ने पहले दो सप्ताह के लिए हायरिंग को रोक दिया था, क्योंकि बढ़ती ब्याज दरों की आशंका ने क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को हिला दिया था। अब इस क्रिप्टो एक्सचेंज का
कहना है कि ‘जब तक इस मैक्रो एनवायरनमेंट की जरूरत रहेगी, तब तक वह हायरिंग को रोक देगी।'
इस खबर के बाद कई घंटों की ट्रेडिंग में भी कॉइनबेस के शेयर फ्लैट थे। वहीं, डायरेक्ट लिस्टिंग के जरिए पिछले साल मार्केट में शुरुआत के बाद से कंपनी का स्टॉक 75% से अधिक नीचे है। कंपनी ने इस साल की पहली तिमाही में कंपनी के कुल रेवेन्यू में 35 फीसदी की गिरावट दर्ज की है, जो 1.17 बिलियन डॉलर है। कंपनी ने कहा है कि हम हमेशा से जानते थे कि क्रिप्टोकरेंसी अस्थिर होगी। यह अस्थिरता कंपनी को नए तरीकों से परख सकती है।
बात करें क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की, तो गुरुवार को इसमें बड़ी गिरावट देखी गई थी, जिसके चलते बिटकॉइन (Bitcoin) और ईथर (Ether) से लेकर सभी प्रमुख ऑल्टकॉइंस को नुकसान झेलना पड़ा था। बिटकॉइन की वैल्यू नेशनल और इंटरनेशनल मार्केट में 30 हजार डॉलर से भी नीचे चली गई थी। शुक्रवार को यह क्रम टूटता हुआ नजर आ रहा है और ज्यादा क्रिप्टोकरेंसीज ने मुनाफे के साथ शुरुआत करते हुए क्रिप्टो प्राइस चार्ट को हरा बना दिया है। इंडियन मार्केट्स में जहां बिटकॉइन की कीमत 25 लाख रुपये पर पहुंचने के करीब है, वहीं ग्लोबल मार्केट्स में भी यह कॉइन 30451 डॉलर पर ट्रेड कर रही है।
गुरुवार को बिटकॉइन की कीमतों में 6.9 फीसदी तक गिरावट देखने को मिली थी और यह 30 हजार डॉलर के मार्क से नीचे 29,555 डॉलर (22 लाख 92 हजार रुपये) पर आ गई थी। 28 मार्च को बिटकॉइन की वैल्यू 48,234 डॉलर पर थी। इस हिसाब से यह क्रिप्टोकरेंसी 38 फीसदी तक नीचे जा चुकी है।