भारत में क्रिप्टो पर 'पूरी तरह बैन लगाना मुश्किल होगा', इकोनॉमिस्ट आशिमा गोयल की राय

गोयल का मानना है कि डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल एसेट्स को क्रिप्टो टोकन कहा जाना चाहिए और इन टोकन को रेगुलेट करने की जिम्मेदारी देश की अथॉरिटीज के पास होनी चाहिए

भारत में क्रिप्टो पर 'पूरी तरह बैन लगाना मुश्किल होगा', इकोनॉमिस्ट आशिमा गोयल की राय

RBI ने सरकार से क्रिप्टो से जुड़ी एक्टिविटीज पर पूरी तरह रोक लगाने का निवेदन किया है

ख़ास बातें
  • क्रिप्टोकरंसीज पर दुनिया भर में किसी वित्तीय संस्था का नियंत्रण नहीं है
  • देश में क्रिप्टो सेगमेंट में ट्रेडिंग करने वालों की संख्या बढ़ रही है
  • चीन ने माइनिंग सहित क्रिप्टो से जुड़ी सभी एक्टिविटीज पर रोक लगा दी है
विज्ञापन
देश की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की मेंबर आशिमा गोयल का मानना है कि क्रिप्टो से जुड़ी एक्टिविटीज पर देश में पूरी तरह बैन लगाना मुश्किल होगा। उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि किसी क्रिप्टोकरंसी को कानूनी दर्जा नहीं दिया जा सकता क्योंकि इससे उसके गैर कानूनी इस्तेमाल की आशंका होगी। केंद्र सरकार क्रिप्टो से जुड़ा कानून लाने की तैयारी कर रही है। इससे पहले यह अफवाह थी कि देश में क्रिप्टोकरंसीज पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकती है। क्रिप्टोकरंसीज पर दुनिया भर में किसी वित्तीय संस्था का नियंत्रण नहीं है और इस वजह से इसकी विदेश में आसानी से ट्रांजैक्शंस की जा सकती हैं।

गोयल ने कहा कि देश में क्रिप्टोकरंसीज को पेमेंट के विकल्प के तौर पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। उनका कहना था कि डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल एसेट्स को क्रिप्टो टोकन कहा जाना चाहिए और इन टोकन को रेगुलेट करने की जिम्मेदारी देश की अथॉरिटीज के पास होनी चाहिए। गोयल का मानना है कि क्रिप्टो से जुड़ी बड़ी ट्रांजैक्शंस की ऐसे इनवेस्टर्स की ही अनुमति दी जानी चाहिए जिन्हें जोखिमों की जानकारी है। 

सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टो बिल लाने की योजना बनाई थी। हालांकि, इसे टाल दिया गया है। इस बिल को स्वीकृति के लिए कैबिनेट के पास भेजा गया है। ऐसी रिपोर्ट है कि इस बिल में देश में सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरंसीज पर बैन लगाना शामिल है। इसमें नियमों के उल्लंघन को गैर जमानती अपराध ठहराना भी है। इस सप्ताह की शुरुआत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सरकार से क्रिप्टो से जुड़ी एक्टिविटीज पर पूरी तरह रोक लगाने का निवेदन किया था। RBI को क्रिप्टोकरंसीज के प्राइस में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव और इसका गलत इस्तेमाल किए जाने जैसी आशंकाएं हैं। देश में क्रिप्टो सेगमेंट में ट्रेडिंग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। Watcher Guru और BrokerChoose जैसी रिसर्च फर्मों की स्टडीज के अनुसार, दुनिया में सबसे अधिक क्रिप्टो ट्रेडर्स भारत में हैं। इनकी संख्या लगभग 10 करोड़ हो सकती है। 

पिछले वर्ष सितंबर में अल साल्वाडोर ने बिटकॉइन को कानूनी दर्जा दिया था। ऐसा करने वाला वह दुनिया का पहला देश था। हालांकि, चीन जैसे देशों में क्रिप्टोकरंसीज को लेकर सख्ती बढ़ रही है। चीन ने माइनिंग सहित क्रिप्टो से जुड़ी सभी एक्टिविटीज पर रोक लगा दी है। 

 

भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Crypto, Bitcoin, Regulation, Government, Investors, Ban, MPC
राधिका पाराशर

राधिका पाराशर के पास Gadgets 360 में वरिष्ठ संवाददाता की पोस्ट है। ये ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. एयरटेल ने पेश किए कॉल्स और SMS के लिए अलग प्रीपेड प्लान, TRAI ने दिया था निर्देश
  2. बिल्ली ने भेज दिया रेजिग्नेशन ईमेल, मालकिन ने गंवा डाली नौकरी!
  3. क्रिप्टो मार्केट में तेजी, बिटकॉइन का प्राइस 1,05,300 डॉलर से ज्यादा
  4. Meta के पहले AR हेडसेट होंगे 2027 तक पेश, जानें सबकुछ
  5. क्रिप्टोकरेंसीज के लिए ट्रंप का बड़ा फैसला, अमेरिका में बनेंगे रेगुलेशंस
  6. Samsung Galaxy S25 सीरीज की लाइव फोटो हुई लीक, लॉन्च से पहले ही जानें कैसा है डिजाइन
  7. पृथ्‍वी का ‘चुंबकीय उत्तरी ध्रुव’ खिसक रहा, कनाडा से पहुंच गया रूस! जानें पूरा मामला
  8. ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइल्स की इंडोनेशिया को बिक्री कर सकता है भारत
  9. 3.99 लाख रुपये में लॉन्‍च हुई इलेक्ट्रिक कार Vavye Eva, जानें सभी फीचर्स
  10. वैलिडिटी खत्‍म होते ही रिचार्ज कराने की टेंशन खत्‍म, ट्राई ने दिया 90 दिनों का मौका! जानें
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »