एलन मस्क जैसे अरबपति जहां क्रिप्टोकरेंसी को सपोर्ट करते हैं, वहीं कुछ ऐसे अन्य अरबपति भी हैं जो इस Crypto सेक्टर से मीलों की दूरी बनाकर चलते हैं। हेज फंड मैनेजर सेठ कलारमण भी ऐसी ही एक हस्ती हैं जो अरबपति होकर भी क्रिप्टो जैसे डिजिटल एसेट्स में विश्वास नहीं रखते हैं। सेठ कलारमण ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कहा है कि क्रिप्टो निवेश करने वाले लोग एक दिन बड़े घाटे में होंगे और आखिर में उन्हें अपने फैसले के लिए रोना पड़ेगा।
बॉस्टन आधारित बॉपोस्ट ग्रुप (Baupost Group) के मालिक सेठ कलारमण ने कहा है कि
क्रिप्टो निवेशकों को एक दिन रोना पड़ेगा।
Business Insider की रिपोर्ट कहती है कि सेठ बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी से ज्यादा सोने को निवेश का बेहतर विकल्प मानते हैं। वर्मान में सेठ के पास कुल संपत्ति 1.2 बिलियन डॉलर (93.98 अरब रुपये) है। वो मानते हैं कि क्रिप्टो अपने आप में ही बेकार है। क्रिप्टो की कोई जरूरत नहीं है।
इस अमेरिकी बिजनेसमैन ने कहा है कि
बिटकॉइन की माइनिंग में कितनी ज्यादा पावर खर्च की जा रही है, यह गलत है, और वे इसकी निंदा करते हैं। उनका मानना है कि गणीतिय सवालों को सुलझाने में इतनी ज्यादा ऊर्जा खर्च करना एक पागलपन है। इसके अलावा उन्होंने ऑल्टकॉइन्स की जरूरत पर भी सवाल खड़ा किया है। वे इस बात से बहुत हैरान हैं कि इतनी ज्यादा अलग अलग
क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।
अपने इस बयान के बाद सेठ Microsoft के को-फाउंडर बिल गेट्स और Berkshire Hathaway के सीईओ वॉरेन बफेट के साथ शामिल हो गए हैं। इससे पहले बिल गेट्स ने कहा था कि फिलहाल सर्कुलेशन में जितने भी कॉइन हैं, वे उन्हें केवल 25 डॉलर में खरीदना चाहेंगे। सेठ ने इसके साथ ही सोने की तारीफ की है और कहा कि हर निवेशक को कम से कम थोड़ा बहुत गोल्ड तो अपने इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में रखना ही चाहिए।