पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा पूरी दुनिया में मशहूर है। हर साल बड़ी संख्या में लोग इसका हिस्सा बनते हैं। पूरे पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा पंडाल सजाए जाते हैं। नवरात्र के दौरान इनकी रौनक देखने को मिलती है। इस साल भी ऐसा ही है, लेकिन एक दुर्गा पूजा पंडाल की ओर से लिया गया फैसला सोशल मीडिया में
वायरल हो रहा है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता के दुर्गा पूजा पंडाल पूर्बाचल शक्ति संघ ने पंडाल में यूट्यूबर्स की एंट्री को रोक दिया है। पंडाल के बाहर एक मैसेज में लिखा गया है कि यहां कोई भी यूट्यूबर अलाउड नहीं है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स' की यूजर स्वाति मोइत्रा ने मंगलवार को पंडाल आयोजकों द्वारा लगाए गए एक नोटिस को शेयर किया। इसमें पढ़ा जा सकता है कि पूजा पंडाल में यूट्यूबर्स को अनुमति नहीं है। स्वाति की ओर से शेयर की गई तस्वीर वायरल हो रही है और कई लोग इस फैसले को सही बता रहे हैं।
एक एक्स यूजर ने लिखा कि यह एक अच्छा फैसला है! एक अन्य यूजर ने कमेंट किया कि यह हर जगह लागू होना चाहिए। यूजर ने यूट्यूबर्स को नॉनसेंस करार दिया। एक यूजर ने इस फैसले को सही बताते हुए लिखा कि इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर्स पर भी यह लागू होना चाहिए।
हालांकि कई लोग इस फैसले के खिलाफ हैं। उन्होंने इसे भेदभावपूर्ण बताया है। यूजर्स का कहना है कि फैसला कई लेवल पर भेदभाव वाला है। एक यूजर ने लिखा कि पहले तो यूट्यूबर्स और इंस्टाग्रामर्स को मार्केटिंग के लिए इनवाइट किया जाता है। अब जब उनका काम निकल गया, तो वह उन्हें नहीं चाहते। पूजा समितियों का यह बहुत ही पाखंडी रुख है।
इस फैसले पर सोशल मीडिया यूजर्स बंटे हुए हैं। हालांकि पंडाल आयोजकों की कोई प्रतिक्रिया अबतक सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि कई और पंडाल आयोजक ऐसा ही फैसला ले सकते हैं।