डायनासोर का खात्मा 1 से ज्यादा एस्टरॉयड्स ने किया था- स्टडी

एस्टरॉयड धरती से 72 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से टकराया था।

विज्ञापन
Written by हेमन्त कुमार, अपडेटेड: 6 अक्टूबर 2024 21:05 IST
ख़ास बातें
  • वैज्ञानिकों ने गुआना तट के करीब नादिर (Nadir) क्रेटर को मापा है।
  • यह 8 किलोमीटर चौड़ा है।
  • यह क्रेटर 400 मीटर चौड़े एस्टरॉयड द्वारा बनाया गया है।

नई स्टडी कहती है कि डायनासोर के खात्मे में केवल एस्टरॉयड का हाथ नहीं था।

डायनासोर पृथ्वी पर विचरण करने वाले विशालकाय जीव कहे जाते हैं जिनके जीवाश्म के आधार पर इनके बारे में शोधकर्ताओं ने कई थ्योरी भी तैयार की हैं। कहा जाता है कि 6.6 करोड़ साल पहले डायनासोर धरती पर से विलुप्त हो गए थे, और कारण बना था अंतरिक्ष से पृथ्वी पर गिरने वाले भारी-भरकम एस्टरॉयड। लेकिन अब एक नई स्टडी कहती है कि इसमें केवल एस्टरॉयड का हाथ नहीं था। 

Nature नामक जर्नल में एक नई स्टडी पब्लिश की गई है। इसमें गुआना तट के करीब पानी के भीतर मौजूद क्रेटर्स के डिटेल्ड स्कैन वैज्ञानिकों ने निकाले हैं। रिपोर्ट के अुसार, इनको आधार बनाकर दावा किया गया है कि उस वक्त इतना ही बड़ा एक और एस्टरॉयड धरती से टकराया था। जिसने पृथ्वी पर ऐसे हालात पैदा करने में उतनी ही बड़ी भूमिका निभाई थी और जो डायनासोर के विलुप्त होने में उतना ही बड़ा भागीदार था। 

वैज्ञानिकों ने नादिर (Nadir) क्रेटर को मापा है। यह 8 किलोमीटर चौड़ा है। दावा किया गया है कि यह क्रेटर 400 मीटर चौड़े एस्टरॉयड द्वारा बनाया गया है। यह एस्टरॉयड धरती से 72 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से टकराया था। हालांकि कहा गया है कि पहले एस्टरॉयड से यह साइज में कुछ कम था। लेकिन यह फिर भी इतना शक्तिशाली धमाका था कि इसने धरती पर एक बड़ा निशान छोड़ा था। 

शोधकर्ताओं ने 3D सिस्मिक इमेजिंग का इस्तेमाल किया है। सी-फ्लोर (sea floor) से यह क्रेटर 300 मीटर नीचे है। यानी इसके निशान रेत की परत के नीचे दबे हैं। इसकी भूवैज्ञानिक विशेषताएं सिस्मिक इमेजिंग के द्वारा ही पता लगाई गई हैं। स्टडी से जुड़े डॉ निकॉल्सन कहते हैं कि दुनियाभर में ऐसे 20 के लगभग मरीन क्रेटर मौजूद हैं। लेकिन यह पहला है जिसकी इतनी डिटेल स्टडी की गई है। 

स्टडी से निष्कर्ष निकलता है कि इसके प्रभाव से तीव्र झटके आए जिससे समुद्र तल के नीचे मौजूद तलछट लिक्विड में बदल गई। इससे भूस्खलन हुए जिससे क्रेटर के किनारे से परे हजारों वर्ग मील तक नुकसान हुआ जिसके निशान अभी भी मौजूद हैं। साथ ही इस टक्कर से एक विशाल सुनामी उठी जिसकी ऊंचाई लगभग 800 मीटर से अधिक रही होगी और यह अटलांटिक महासागर तक पहुंच गई होगी। हालांकि इस एस्टरॉयड की टाइमिंग के बारे में शोधकर्ता अभी पुख्ता तौर पर नहीं कह पाए हैं। यह 6.5 से 6.7 करोड़ साल पहले गिरा बताया गया है। लेकिन इतना तो तय है कि डायनासोर के खात्मे में एक से ज्यादा एस्टरॉयड शामिल थे। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: nadir crater, Nadir crater study, dinosaur extinction

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. भारत के लेटेस्ट वाटरप्रूफ स्मार्टफोन, नहीं होंगे पानी में भी खराब, जैसे मर्जी करें इस्तेमाल
  2. Vivo V60 vs Oppo Reno 14 5G vs iQOO Neo 10: कंपेरिजन से जानें कौन है बेहतर?
  3. AI सुपरपावर रैंकिंग में अमेरिका टॉप पर, लेकिन भारत ने चीन को पछाड़ा
#ताज़ा ख़बरें
  1. Vivo V60 vs Oppo Reno 14 5G vs iQOO Neo 10: कंपेरिजन से जानें कौन है बेहतर?
  2. Realme P4 Pro 5G vs Vivo Y400 5G vs OnePlus Nord CE 5 5G: जानें 30 हजार में कौन है बेस्ट
  3. AI सुपरपावर रैंकिंग में अमेरिका टॉप पर, लेकिन भारत ने चीन को पछाड़ा
  4. भारत के लेटेस्ट वाटरप्रूफ स्मार्टफोन, नहीं होंगे पानी में भी खराब, जैसे मर्जी करें इस्तेमाल
  5. अब बिहार पुलिस बनेगी Digital Police! FIR से लेकर सबूत तक होगा ऑनलाइन
  6. Honor की Magic 8 सीरीज के लॉन्च की तैयारी, 4 मॉडल हो सकते हैं शामिल
  7. ऑनलाइन मनी गेमिंग पर बैन के खिलाफ कोर्ट जा सकती हैं बड़ी गेमिंग कंपनियां
  8. Samsung के Galaxy S26 Pro और Galaxy S26 Edge में मिल सकता है Exynos 2600 चिपसेट
  9. itel ZENO 20 भारत में लॉन्च: 5000mAh बैटरी, 128GB तक स्टोरेज और बड़ा डिस्प्ले, कीमत Rs 5,999 से शुरू
  10. Vivo T4 Pro जल्द होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल Sony प्राइमरी कैमरा
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.