क्‍या सूर्य निगल गया सैटेलाइट, इंटेलसैट ने ‘गैलेक्‍सी 15 ब्रॉडकास्‍ट’ पर खोया कंट्रोल, जानें पूरा मामला

दुनियाभर की स्‍पेस एजेंसियों ने हाल ही में एक भूचुंबकीय तूफान की चेतावनी जारी की थी। ऐसे तूफान आमतौर पर कोई नुकसान नहीं पहुंचाते, लेकिन तीव्रता ज्‍यादा हो, तो ये सैटेलाइट्स व पावर ग्रिडों को प्रभावित कर सकते हैं।

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प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 24 अगस्त 2022 12:19 IST
ख़ास बातें
  • सैटेलाइट शायद नाममात्र के लिए काम कर रहा है
  • सैटेलाइट पर निर्भर कस्‍टमर्स को बाकी उपग्रहों पर शिफ्ट किया जा रहा है
  • इस सैटेलाइट को ऑर्बिटल साइंसेज कॉरपोरेशन ने तैयार किया था

कंपनी सैटेलाइट पर निर्भर कस्‍टमर्स को बाकी सैटेलाइट्स पर शिफ्ट कर रही है। इसके बाद वह फ‍िर से कंट्रोल हासिल करने की कोशिश करेगी।

सूर्य में हो रही हलचलों और विस्‍फोटों का असर दिखाई देने लगा है। इंटरनेशनल सैटेलाइट सर्विस फर्म इंटेलसैट (Intelsat) ने अपने एक सैटेलाइट पर नियंत्रण खो दिया है। माना जा रहा है कि अं‍तरिक्ष के मौसम में सैटेलाइट डिसेबल हो गया है। स्‍पेसडॉटकॉम ने Spacenews.com के हवाले से बताया है कि इंटेलसैट ने अपने गैलेक्‍सी 15 ब्रॉडकास्‍ट सैटेलाइट (Galaxy 15 broadcast satellite) पर कंट्रोल खो दिया है। वह कंट्रोल हासिल करने की कोशिश कर रही है। इंटलसैट का मानना है कि संभवत: एक भू-चुंबकीय तूफान (geomagnetic storm) के असर से यह परेशानी सामने आई है। ध्‍यान रहे कि दुनियाभर की स्‍पेस और वेदर एजेंसियों ने हाल ही में एक भूचुंबकीय तूफान की चेतावनी जारी की थी। ऐसे तूफान आमतौर पर कोई नुकसान नहीं पहुंचाते, लेकिन अगर इनकी तीव्रता ज्‍यादा हो, तो ये रेडियो कम्‍युनिकेशन को बाधित कर सकते हैं। साथ ही सैटेलाइट्स व पावर ग्रिडों को प्रभावित कर सकते हैं। 

इंटेलसैट प्रवक्ता मेलिसा लोंगो ने कहा है कि सैटेलाइट शायद नाममात्र के लिए काम कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि कंपनी इस सैटेलाइट पर निर्भर कस्‍टमर्स को बाकी सैटेलाइट्स पर शिफ्ट कर रही है। इसके बाद वह एक बार फ‍िर से गैलेक्‍सी 15 ब्रॉडकास्‍ट पर कंट्रोल हासिल करने की कोशिश करेगी। 

रिपोर्टों के अनुसार, गैलेक्सी 15 सैटेलाइट अमेरिका को मीडिया कवरेज प्रदान करता है। इस सैटेलाइट को ऑर्बिटल साइंसेज कॉरपोरेशन ने तैयार किया था और साल 2005 में लॉन्च किया गया था। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब इंटेलसैट ने ‘गैलेक्सी 15' पर कंट्रोल खोया हो। साल 2010 में कंपनी ने आठ महीने से ज्‍यादा समय तक इस सैटेलाइट से अपना संपर्क खो दिया था। जब सैटेलाइट की बैटरी पूरी तरह से खत्म हो गई और इसे रीसेट किया गया, उसके बाद सैटेलाइट और कमांड सेंटर के बीच संपर्क बहाल हो पाया था। 

इस साल सूर्य में काफी हलचल देखी जा रही है। इसकी वजह सूर्य का 11 साल का एक चक्र है, जिसने सूर्य को विचलित किया हुआ है। सूर्य में एक बड़ा सनस्‍पॉट बना हुआ है साथ ही आए दिन कई बड़े सौर फ्लेयर्स और कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) पैदा हो रहे हैं। कुछ अंतरिक्ष मौसम विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की है कि वर्तमान चक्र रिकॉर्ड किए गए इतिहास में सबसे मजबूत सौर चक्रों में से एक हो सकता है।
 

 

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