चीन ने Zuchongzhi-3 नाम का नया सुपरकंडक्टिंग क्वांटम कंप्यूटर पेश किया है, जो गूगल के Sycamore से 1 मिलियन गुना तेज और दुनिया के सबसे ताकतवर सुपरकंप्यूटर से क्वाड्रिलियन (10^15) गुना तेज काम करता है। Physical Review Letters में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक, यह कंप्यूटर 105 क्वांटम बिट्स (Qubits) और 182 कपलर्स से लैस है, जो इसे Quantum Random Circuit Sampling (RCS) टास्क में अब तक का सबसे तेज बनाता है।
ये कैसे हुआ संभव?
University of Science and Technology of China (USTC) की टीम ने इस कंप्यूटर का प्रोसेसर डिजाइन, वायरिंग कॉन्फिगरेशन और फैब्रिकेशन को
ऑप्टिमाइज किया है। इससे इसकी रीडआउट और कंट्रोल प्रिसिजन बेहतर हुई है, जिससे यह गूगल के लेटेस्ट अक्टूबर 2024 के नतीजों से 6 ऑर्डर ऑफ मैग्निट्यूड बेहतर परफॉर्म कर पाया।
गूगल vs चीन: क्वांटम सुपरमैसी की रेस
गूगल के Sycamore प्रोसेसर ने 2019 में एक RCS टास्क सिर्फ 200 सेकंड में पूरा कर दिखाया था, जिसे दुनिया का सबसे तेज
सुपरकंप्यूटर 10,000 साल में करता। अब चीन के Zuchongzhi-3 ने इस रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है।
USTC के प्रोफेसर Zhu Xiaobo के मुताबिक, इस टेक्नोलॉजी का अगला कदम एरर रेट को कम करना है, जिससे fault-tolerant general quantum computer बनाया जा सकेगा। ये भविष्य में AI, बायोलॉजी, दवा बनाने और साइबर सिक्योरिटी में गेमचेंजर साबित हो सकता है।
क्या होगा इसका असर?
Zuchongzhi-3 का डेवलपमेंट सिर्फ क्वांटम कंप्यूटिंग में स्पीड बढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका असर नेशनल सिक्योरिटी, साइबर डिफेंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रग डिस्कवरी और नई टेक्नोलॉजी के इनोवेशन पर भी पड़ेगा। रिसर्चर्स का मानना है कि भविष्य में फॉल्ट-टॉलरेंट क्वांटम कंप्यूटर बनाकर क्लासिकल कंप्यूटिंग को पूरी तरह बदलने की दिशा में यह एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।