साल की शुरुआत में वनप्लस 3 को लॉन्च किया गया था। इसकी जबरदस्त तारीफ हुई। कई लोगों ने इसे अब तक का सबसे बेहतरीन एंड्रॉयड फोन भी करार दिया। इसमें चौंकाने वाली बात नहीं है कि लोगों ने अब वनप्लस 3टी को भी हाथों-हाथ लिया है। लेकिन कइयों को निराशा भी हुई है। यूज़र जो 30,000 रुपये के फोन को खरीदने को लेकर असमंजस में थे, अब उनके पास एक अच्छे फोन का ज़्यादा बेहतर वर्ज़न का विकल्प आ गया है। अगर आपने वनप्लस 3 खरीद लिया है तो बुरा लगना भी तय है।
वनप्लस 3टी में ज़्यादा बेहतर स्नैपड्रैगन 821 चिपसेट (
वनप्लस 3 में स्नैपड्रैगन 820 प्रोसेसर),ज़्यादा रिज़ॉल्यूशन वाला 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा और बड़ी 3400 एमएएच की बैटरी है। ज़्यादातर यूज़र को परफॉर्मेंस में बहुत फ़र्क नहीं नज़र आएगा। लेकिन कैमरा और बैटरी विभाग में किए गए सुधार की कसक तो रहेगी। इसका ज़िक्र हमने
रिव्यू में भी किया है।
ऐसा नहीं है कि वनप्लस अकेली ऐसी कंपनी ने जिसने अपने किसी प्रोडक्ट के साथ ऐसा प्रयोग किया। हाल-फिलहाल में कई कंपनियों ने ही ऐसे ही प्रयोग करके अपने प्रोडक्ट के शुरुआती ग्राहकों को निराश ही किया है। आइए आपको ऐसे प्रोडक्ट से मिलवाते हैं।
1) मोटो जी टर्बोमोटो जी (जेन 3) को जुलाई 2015 में लॉन्च किया गया था। इसे
मोटो जी (जेन 2) के सक्षम अपग्रेड के तौर पर देखा जा रहा था। इसमें ग्रिपर डिज़ाइन, 2 जीबी रैम, 16 जीबी स्टोरेज, आईपीएक्स7 वाटर रेसिस्टेंस, बेहतर बैटरी लाइफ और स्नैपड्रैगन 410 क्वाड-कोर चिपसेट दिया गया था।
लेकिन इस फोन के ग्राहक 4 महीने के अंदर उस वक्त चौंक गए जब कंपनी ने
मोटो जी टर्बो एडिशन को पेश किया।
इसकी कीमत मोटो जी (जेन 3) से 2,500 रुपये से ज़्यादा थी। इसमें ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 615 चिपसेट, आईपी67 सर्टिफिकेशन और टर्बो चार्जर दिया गया। टर्बो चार्जर की मदद से फोन की बैटरी मात्र 15 मिनट की चार्जिंग में 6 घंटे तक चलने में सक्षम हो जाती है।
2) गैलेक्सी नोट 5 डुअल सिमयह साल गैलेक्सी नोट सीरीज़ के लिए तो अच्छा नहीं ही रहा है। लेकिन पिछले साल भी सैमसंग ने नोट 5 के शुरुआती ग्राहकों को भी नाराज़ ही किया था।
गैलेक्सी नोट 5 को भारत में सितंबर 2015 में लॉन्च किया गया। यह साल नोट सीरीज़ के लिए बेहद ही रोचक था। आम तौर पर गैलेक्सी एस सीरीज में पिछले साल के नोट सीरीज वाले फ़ीचर दिए जाते थे। लेकिन इस बार नोट सीरीज के गैलेक्सी नोट 5 फोन में गैलेक्सी एस6 जैसे ग्लास और एल्यूमीनियम डिज़ाइन का इस्तेमाल किया गया। इसमें भी 14-नैनोमीटर एक्सीनॉस 7420 ऑक्टा-कोर चिपसेट का इस्तेमाल किया गया। इसके साथ ज़्यादा रैम, बड़ी बैटरी और स्टायलस पेन दिए गए।
इसके ठीक चार महीने बाद सैमसंग ने
गैलेक्सी नोट 5 का डुअल सिम मॉडल पेश कर दिया। और इसकी कीमत में भी कोई बदलाव नहीं किया गया। इसमें कोई दोमत नहीं है कि डुअल सिम कार्ड स्लॉट वाले फोन की मांग भारत और चीन जैसे मार्केट में ज़्यादा है। यह जानते हुए सैमसंग द्वारा पहले सिंगल सिम वेरिएंट लॉन्च किया जाना और डुअल सिम वेरिएंट के बारे में कोई इशारा भी ना देना, और 4 महीने बाद उसे पेश कर दिया जाना। ऐसे में नोट 5 के शुरुआती ग्राहक बहुत नाराज़ हुए थे।
3) ओप्पो एफ1एसओप्पो एफ1एस को इस साल अगस्त महीने में लॉन्च किया गया था। यह दिखने में आईफोन जैसा है। कीमत भी बहुत ज़्यादा नहीं है। पनोरमा सेल्फी जैसे एक्सक्लूसिव फ़ीचर ओप्पो एफ1एस के पक्ष में जाते हैं।
लेकिन कंपनी ने तीन महीने के अंदर ही
ओप्पो एफ1एस का अपग्रेडेड वेरिएंट पेश कर दिया है। यह 3 जीबी रैम की जगह 4 जीबी रैम के साथ आता है। इनबिल्ट स्टोरेज भी बढ़ाकर 32 जीबी की जगह 64 जीबी कर दी गई है। दोनों की कीमत में मात्र 1,000 रुपये का फ़र्क है। दाम के अंतर को देखते हुए यह बहुत बड़ा अपग्रेड है। ऐसे में शुरुआती ग्राहक तो नाराज़ होंगे ही।
जब और कंपनियों ने किया अपने ग्राहकों को नाराज़शाओमी मी5 को भारत में फरवरी 2016 में लॉन्च किया गया था। सितंबर महीने में कंपनी ने मी5एस को मार्केट में उतार दिया। हालांकि, इस फोन को अभी भारत में लॉन्च नहीं किया गया है। उम्मीद है कि कंपनी इसमें थोड़ी देरी करेगी ताकि शुरुआती ग्राहक नाराज़ ना हों।
सोनी अपने फ्लैगशिप ज़ेड सीरीज में हर 6 महीने में नया प्रोडक्ट पेश करती है। ऐसे में ग्राहकों का निराश होना तय है। एचटीसी ने भी अपने प्रोडक्ट से कई बार असमंजस में डाला है। सबसे ताजा उदाहरण
एचटीसी 10 ईवो है जिसे कंपनी ने
एचटीसी 10 के कमज़ोर वेरिएंट के तौर पर पेश किया। चौंकाने वाली बात यह है कि एचटीसी 10 ईवो कई मायनों में एचटीसी 10 से भी बेहतर है, जैसे कि वाटर रेसिस्टेंस।