लंबी चुप्पी के बाद Motorola ने भारत में 2018 में अपनी पारी आगाज़ कर दिया है। इसके लिए कंपनी ने Moto G6 और
Moto G6 Play को लॉन्च किया। लेनोवो की इस कंपनी ने अपनी बजट जी सीरीज़ के डिजाइन में बड़ा बदलाव किया है। दोनों ही स्मार्टफोन 18:9 आस्पेक्ट रेशियो वाले लंबे डिस्प्ले के साथ आते हैं जो आज की तारीख में आम बात है।
हमें रिव्यू के लिए
Moto G6 मिला है जो डुअल रियर कैमरा सेटअप वाला फोन है। कीमत 13,999 रुपये से शुरू होती है जिसमें 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज वाला वेरिएंट मिलेगा। याद रहे कि जी सीरीज़ को पुराने मॉडल को ग्राहकों और आलोचकों द्वारा काफी सराहा गया है। मोटो जी6 को ऐसे वक्त पर लॉन्च किया गया है जब 20,000 रुपये के प्राइस सेगमेंट में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा है।
इस सेगमेंट में
Asus Zenfone Max Pro M1 और
Redmi Note 5 Pro (
रिव्यू) जैसे हैंडसेट हैं जिन्हें हमने खासा पसंद किया है। आइए यह जानने की कोशिश करते हैं कि इनकी तुलना में मोटो जी6 कितनी मजबूत चुनौती पेश करता है?
Moto G6 डिज़ाइन
Moto G6 और G6 Play के साथ Motorola ने जी सीरीज़ के पुराने हैंडसेट वाले प्लास्टिक और मेटल बॉडी की छुट्टी कर दी है। इस बार ग्लास और मेटल डिजाइन का दामन थामा गया है। स्लीक और शाइनी कर्व्ड ग्लास बैक और बेहद ही पॉलिश्ड मेटल मिड-फ्रेम के कारण मोटो जी6 पिछले साल के
Moto X4 जैसा लगता है।
8.3 मिलीमीटर मोटाई वाला यह फोन सबसे स्लिम तो नहीं है, लेकिन इसे एक हाथ से इस्तेमाल करना सहूलियत भरा है और 167 ग्राम को ज़्यादा वज़नदार भी नहीं कहा जा सकता। हालांकि, यह स्मार्टफोन अब भी थोड़ा चंकी और सॉलिड लगता है। रिव्यू के दौरान हमसे गलती से कई बार यह स्मार्टफोन हाथों से फिसल गया। लेकिन इसे कोई नुकसान नहीं हुआ, कुछ खरोंच को छोड़कर।
अफसोस कि मोटोरोला ने इस फोन में फ्रंट और बैक में प्रोटेक्शन के लिए नए और ज्यादा मजबूत गोरिल्ला ग्लास 4 या 5 की जगह गोरिल्ला ग्लास 3 का इस्तेमाल किया है। ग्लास के कारण यह डिवाइस आसानी से हाथों में फिसलता है। इसपर उंगलियों और अन्य धब्बों के निशान आसानी से पड़ जाते हैं।
18:9 डिस्प्ले और पतले बेज़ल के चक्कर में ज़्याादतर स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों ने फिंगरप्रिंट सेंसर को पिछले हिस्से पर देना शुरू कर दिया है। लेकिन मोटोरोला ने फ्रंट में ही यह सेंसर दिया है। कैपसूल की शेप वाला यह सेंसर बेहद ही छोटा है। हम पहले इसके इस्तेमाल और परफॉर्मेंस को लेकर थोड़े संशय में थे। लेकिन यह काफी तेज़ और सटीक निकला।
स्मार्टफोन के बायीं तरफ कुछ भी नहीं है। लेकिन दायीं तरफ वॉल्यूम रॉकर व पावर बटन है। इन तक पहुंचना आसान है। ईयरपीस ही स्पीकर का भी काम करता है। इससे ऊंची आवाज़ आती है, लेकिन इसमें वार्म्थ और क्लेरिटी की कमी है। फोन के निचले हिस्से पर यूएसबी टाइप-सी पोर्ट और 3.5 एमएम हेडफोन सॉकेट है। कई कंपनियां इस प्राइस रेंज में माइक्रो-यूएसबी पोर्ट ही देती हैं। लेकिन मोटो जी6 और मोटो जी6 प्ले में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट एक अच्छा प्रयोग है।
Moto G6 स्पेसिफिकेशन और डिस्प्ले
Motorola के इस किफायती स्मार्टफोन में स्नैपड्रैगन 450 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है जो क्वालकॉम का लेटेस्ट बजट स्मार्टफोन प्रोसेसर है। यही प्रोसेसर काफी सस्ते
Xiaomi Redmi 5 (
रिव्यू) और
Honor 7C (
रिव्यू) का भी हिस्सा है। Moto G6 के दो वेरिएंट हैं- एक में 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज है जिसकी कीमत 13,999 रुपये है। वहीं, 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वाला वेरिएंट 15,999 रुपये में मिलेगा। दोनों ही वेरिएंट में 128 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल किया जा सकेगा।
Moto G6 में 3,000 एमएएच की बैटरी है जो क्विक चार्जिंग को सपोर्ट करती है। कनेक्टिविटी फीचर में 4जी वीओएलटीई, वाई-फाई 802.11 बी/जी/एन, ब्लूटूथ 4.2, जीपीएस/ ए-जीपीएस, यूएसबी टाइप-सी और 3.5 एमएम हेडफोन जैक है। इसमें दो नैनो सिम के लिए जगह है और एक वक्त पर सिर्फ एक ही सिम 4जी स्पीड में चलेगा। इस प्राइस रेंज के कई स्मार्टफोन हाइब्रिड स्लॉट के साथ आते हैं। लेकिन Moto G6 में दो नैनो सिम और माइक्रोएसडी कार्ड के लिए अलग-अलग स्लॉट हैं।
Moto G6 और Moto G6 Play के साथ Motorola ने आखिरकार 18:9 डिस्प्ले के चलन को अपना ही लिया। डिस्प्ले को बॉर्डरलेस नहीं कहा जा सकता, लेकिन फ्रंट में फिंगरप्रिंट सेंसर की मौज़ूदगी इस कमी को छिपाने का काम करती है।
Moto G6 में 5.7 इंच का फुल-एचडी+ आईपीएस पैनल है 18:9 आस्पेक्ट रेशियो वाला। व्यूइंग एंगल बढ़िया हैं। कलर्स सटीक हैं। लेकिन सनलाइट लेजिब्लिटी औसत है। ऐसा ही ब्राइटनेस लेवल के बारे में कहा जाएगा। मोटो सॉफ्टवेयर में ऑलवेज ऑन डिस्प्ले फीचर मिलता है। इसकी मदद से यूज़र लॉक स्क्रीन से ही सीधे मैसेज का जवाब दे पाएंगे। इसके अलावा ब्लू लाइट फिल्टर भी है।
हमारे अनुभव में 18:9 डिस्प्ले पर मोटोरोला के अपने ऐप ठीक चले। लेकिन जिन ऐप में इस आस्पेक्ट रेशियो के लिए सपोर्ट नहीं है, उन्हें हमें स्ट्रेच करना पड़ा।
Moto G6 परफॉर्मेंस, सॉफ्टवेयर और बैटरी लाइफ
Snapdragon 450 प्रोसेसर के साथ हमारा अनुभव मिला जुला रहा है। लेकिन मोटो जी6 में इस हार्डवेयर पर बेहतरीन इस्तेमाल हुआ है। कुछ श्रेय तो Motorola के क्लीन और स्मूथ सॉफ्टवेयर पैकेज को भी जाएगा। मोटो जी6 बिना किसी परेशानी डेली टास्क को हैंडल करता है। लेकिन फोन कभी-कभार लैग भी करता है। और इंटेंसिव वर्कलोड के दौरान थोड़ा गर्म भी हो जाता है। दूसरी तरफ, यह कभी भी बहुत ज़्यादा धीमा नहीं पड़ता।
एड्रेनो 506 जीपीयू के कारण Moto G6 गेम्स को मजबूती के साथ हैंडल करता है। हमें आस्फाल्ट 8 जैसे हैवी ग्राफिक्स वाले गेम को लोड करने में कुछ लैग का एहसास हुआ, लेकिन गेमप्ले काफी स्मूथ था।
आज के ज्यादातर स्मार्टफोन की तरह Moto G6 में बिल्ट इन फेस रिकग्निशन है। लेकिन यह धीमा और इनएक्युरेट है। रिव्यू के दौरान मोटो जी6 ने कई बार हमारे चेहरे की पहचान नहीं की, ऐसा पर्याप्त रोशनी होने पर भी हुआ।
आपको एंड्रॉयड 8.0 ओरियो का लगभग स्टॉक वर्ज़न मिलेगा जो तेज़ और स्मूथ है। इसमें मोटोरोला द्वारा दिए गए कुछ काम के फीचर भी दिए गए हैं, इसके बावजूद स्टॉक एंड्रॉयड जैसा अनुभव बना रहता है। हालांकि, पहले से इंस्टॉल Facebook Lite, PhonePe, LinkedIn और Outlook जैसे ऐप अनुभव को थोड़ा खराब ज़रूर करते हैं। वैसे, इन्हें डिलीट किया जा सकता है।
हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में Moto G6 की बैटरी 8 घंटे 40 मिनट तक चली जिसे खराब माना जाएगा। हालांकि, आम इस्तेमाल में परफॉर्मेंस काफी अच्छी रहती है। फोन ने आसानी से दिन भर साथ दिया। इस्तेमाल की बात करें तो हमने इस दौरान दो घंटे गूगल मैप्स चलाया। ट्विटर, व्हाट्सऐप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया ऐप को भी खंगाला। आसफाल्ट 8 और सबवे सर्फर्स जैसे गेम खेले। और सेल्फी व कुछ तस्वीरें भी कैपचर कीं।
Motorola ने फोन के साथ 15 वॉट का टर्बो चार्जर दिया है जो फोन को करीब 1.5 घंटे में फुलचार्ज कर देता है। लेकिन चार्जिंग के दौरान स्मार्टफोन काफी गर्म हो जाता है।
Moto G6 कैमरे
Moto G6 में पिछले हिस्से पर दो कैमरे हैं। 12 मेगापिक्सल के प्राइमरी सेंसर के साथ 5 मेगापिक्सल का सेकेंडरी सेंसर दिया गया है। मोटो जी6 में फ्रंट पैनल पर 16 मेगापिक्सल का सेंसर है। रियर हिस्से पर डुअल एलईडी फ्लैश है और फ्रंट पैनल पर सिंगल एलईडी फ्लैश।
कैमरा ऐप में आपको कई फीचर मिलेंगे, जैसे कि टेक्स्ट स्कैनर मोड जो इमेज पर लिखे हुए टेक्स्ट को टेक्स्ट में तब्दील कर देता है और स्पॉट कलर मोड। फोन में प्रो मोड है जिससे आप व्हाइट बैलेंस, आईएसओ, एक्सपोज़र, शटर स्पीड और अपर्चर मैनेज कर पाएंगे।
फ्रंट और रियर कैमरे की परफॉर्मेंस बेहद ही औसत है। रियर कैमरे से रात में ली गई तस्वीरें डार्क और मडी नज़र आती हैं। नॉयज भी बहुत ज़्यादा रहती है। नॉयज कम करने के चक्कर में कैमरा तस्वीरों को ज़्यादा शार्प कर देता है।
उपयुक्त रोशनी में ली गई तस्वीरों में कलर्स सटीक आते हैं। लेकिन इनमें हमारे उम्मीद के मुताबिक डिटेल नहीं होता। डायनमिक रेंज भी थोड़ा निराश करता है। पोर्ट्रेट मोड में आप बोकेह शॉट कैपचर कर पाएंगे जो औसत क्वालिटी के आते हैं और इनमें एज डिटेक्शन बेहद ही खराब है। ब्लर इफेक्ट भी बहुत ज़्यादा सटीक नहीं है।
सेल्फी का भी हाल कुछ ऐसा ही है। पर्याप्त रोशनी में फ्रंट रोशनी ठीक परफॉर्मेंस देता है, लेकिन कम रोशनी में कमज़ोर पड़ जाता है। सूरज की सीधी रोशनी में कैमरा कई बार शॉट को ओवर एक्सपोज़ कर देता है। फ्रंट एलईडी फ्लैश से थोड़ी बहुत मदद ज़रूर मिलती है। आप फ्रंट और रियर कैमरे से 1080 पिक्सल के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। मोटोरोला का इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबलाइज़ेशन वीडियो स्टेबल रखने का अच्छा काम करता है। लेकिन इसमें भी डिटेल की कमी रहती है।
हमारा फैसलाMoto G6 दिखने में बेहद ही शानदार है। यह कॉम्पेक्ट है और इसे एक हाथ से इस्तेमाल करना सहूलियत भरा है। बैटरी लाइफ भी तारीफ योग्य है। परफॉर्मेंस ठीक-ठाक है और डिस्प्ले पर कलर्स सटीक आते हैं, लेकिन इसे ब्राइट सनलाइट में इस्तेमाल करना आसान नहीं है। कैमरे बेहद ही औसत क्वालिटी के हैं और फेस रिकग्निशन बेहद ही स्लो व इनएकुरेट है।
Moto G6 की कीमत Xiaomi Redmi Note 5 Pro और Asus ZenFone Max Pro M1 के बेहद करीब है जो ज़्यादा पावरफुल प्रोसेसर और बेहतर कैमरे के साथ आते हैं। थोड़े सस्ते
Xiaomi Redmi Note 5 (
रिव्यू) के हार्डवेयर स्पेसिफिकेशन मोटो जी6 से काफी मेल खाते हैं। यह भी एक अच्छा विकल्प है, खासकर वैल्यू फॉर मनी के मामले में।
इच्छुक ग्राहक हाल ही में लॉन्च किए गए
Realme1 (
रिव्यू) के बारे में भी विचार सकते हैं जो ज़्यादा पावरफुल है। लेकिन इसमें फिंगरप्रिंट सेंसर नहीं है और इसके कैमरे भी औसत हैं।