• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • ऋग्वेद के आगे नतमस्‍तक हुए साइंटिस्‍ट! 6 हजार साल पुराने सूर्यग्रहण का राज़ खुला

ऋग्वेद के आगे नतमस्‍तक हुए साइंटिस्‍ट! 6 हजार साल पुराने सूर्यग्रहण का राज़ खुला

oldest solar eclipse : हिंदू धर्म के चार प्रमुख वेदों में से एक ऋग्वेद (Rig Veda) से सूर्यग्रहण के बारे में अहम जानकारी मिली है।

ऋग्वेद के आगे नतमस्‍तक हुए साइंटिस्‍ट! 6 हजार साल पुराने सूर्यग्रहण का राज़ खुला

वैज्ञानिकों ने अपने निष्कर्ष को जर्नल ऑफ एस्ट्रोनॉमिकल हिस्ट्री एंड हेरिटेज में रिपोर्ट किया है।

ख़ास बातें
  • सूर्यग्रहण के बारे में नई जानकारी
  • वैज्ञानिकों को ऋग्वेद में मिला उल्‍लेख
  • 6 हजार साल पुराने सूर्यग्रहण का जिक्र
विज्ञापन
Oldest Solar Eclipse : सूर्यग्रहण पूरी दुनिया के लिए कौतुहल का विषय है। भारत में इसके वैज्ञानिक पहलू से ज्‍यादा लोग धार्मिक पहलू पर भरोसा करते हैं। खासकर हिंदू धर्म में कई नियम फॉलो किए जाते हैं। मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं। ग्रहण से पहले सूतक काल का पालन भी होता है। अब वैज्ञानिकों को हिंदू धर्म के चार प्रमुख वेदों में से एक ऋग्वेद (Rig Veda) से सूर्यग्रहण के बारे में अहम जानकारी मिली है। एस्‍ट्रोनॉमर्स ने ऋग्वेद को स्‍टडी किया तो उन्‍हें पता चला कि उसमें 6 हजार साल पहले लगे सूर्यग्रहण का उल्‍लेख है। यह सूर्यग्रहण के बारे में अबतक मिली सबसे पुरानी जानकारी है।    

स्‍पेसडॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, ऋग्वेद की भाषा ज्‍यादातर प्रतीकात्मक (symbolic) और रूपकात्मक (allegorical) है। इससे यह समझना थोड़ा मुश्किल होता है कि कौन सी बातें मिथक हैं और कौन सी ऐतिहासिक। हालांकि दो वैज्ञानिकों ने ऋग्वेद को समझने की कोशिश की। इनमें मुंबई में टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के मयंक वाहिया और जापान के नेशनल एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी के मित्सुरु सोमा शामिल हैं। दोनों को लगता है कि उन्हें ऋग्वेद में प्राचीन सूर्यग्रहण के संकेत मिले हैं। 

वैज्ञानिकों ने अपने निष्कर्ष को जर्नल ऑफ एस्ट्रोनॉमिकल हिस्ट्री एंड हेरिटेज में रिपोर्ट किया है। रिपोर्ट के अनुसार, ऋग्वेद को 1500 ईसापूर्व कंपाइल किया गया था। इसमें लिखी गई ज्‍यादातर जानकारियां समकालीन हैं यानी वेद को लिखे जाने के दौरान की। हालांकि ऐतिहासिक घटनाओं का उल्‍लेख भी ऋग्वेद में मिलता है। ऐसे ही एक वर्णन से वैज्ञानिकों को सूर्यग्रहण के बारे में जानकारी मिली है।  

वैज्ञानिकों ने ऋग्वेद को पढ़ने के बाद सूर्यग्रहण की दो संभावित तारीखों के बारे में बताया है। पहली है- 
22 अक्टूबर, 4202 ईसापूर्व और 19 अक्टूबर, 3811 ईसापूर्व। ये दोनों तारीखें सूर्यग्रहण का उल्‍लेख करने वाली सबसे पुरानी तारीखें बन गई हैं। इससे पहले वैज्ञानिकों को सीरिया में खुदाई स‍े एक मिट्टी की पट्ट‍िका  मिली थी। उसमें 1375 ईसापूर्व और 1223 ईसापूर्व में सूर्यग्रहण की बात दर्ज है। आयरलैंड में एक चट्टान पर की गई नक्काशी 3340 ईसापूर्व ग्रहण का रेफरेंस देती है। अब ऋग्वेद ने उससे भी पुरानी तारीखों को पेश किया है। ईसापूर्व के उन वर्षों को वर्तमान समय से जोड़ दिया जाए तो ऋग्वेद में 6 हजार साल पुराने सूर्यग्रहण का जिक्र मिला है।  
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. चंद्रयान 3 की सफलता के बाद चंद्रयान-4 के लिए ISRO को सरकार से मिली हरी झंडी
  2. Samsung Galaxy M55s 5G फोन 50MP सेल्फी कैमरा के साथ 23 सिंतबर को होगा लॉन्च, स्पेसिफिकेशन्स हुए कंफर्म
  3. बिटकॉइन में 3 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी, 60,000 डॉलर से ज्यादा हुआ प्राइस
  4. Unisoc ने अपने 5G, 4G प्लेटफॉर्म पर एंड्रॉयड 15 अपग्रेड किया पेश, जानें फीचर्स
  5. 43, 50, 55 इंच के नए Vu GloLED TV (2025) 4K स्‍मार्ट टीवी लॉन्‍च, जानें प्राइस
  6. ओला इलेक्ट्रिक ने कस्टमर्स की नाराजगी दूर करने के लिए बनाई नई सर्विस टीम
  7. Flipkart Big Billion Days Sale 2024: 75 हजार वाला Samsung Galaxy S23 मिलेगा 40 हजार से भी सस्ता
  8. Huawei के बाद Xiaomi भी लॉन्च कर सकती है ट्राई-फोल्ड स्मार्टफोन, लीक हुआ पेटेंट
  9. Amazfit की स्‍मार्ट रिंग भारत में लॉन्‍च, उंगली में सजेगी, रखेगी सेहत का खयाल, जानें प्राइस
  10. Vivo जल्द भारत में लॉन्च करेगी V40e, 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »