अंटार्कटिक की समुद्री धारा हो रही धीमी, धरती पर आएगा जल-प्रलय?

वैज्ञानिक कह रहे हैं कि यह धारा 2050 तक 20% धीमी हो चुकी होगी।

विज्ञापन
Written by गैजेट्स 360 स्टाफ, Edited by हेमन्त कुमार, अपडेटेड: 23 मार्च 2025 21:22 IST
ख़ास बातें
  • अंटार्कटिक महासागरीय धारा सबसे शक्तिशाली धारा मानी जाती है
  • वैज्ञानिकों की ओर से अंटार्कटिक महासागर को लेकर एक चिंताजनक स्टडी
  • यह धारा 2050 तक 20% धीमी हो चुकी होगी

धरती पर अंटार्कटिक महासागरीय धारा सबसे शक्तिशाली धारा मानी जाती है

Photo Credit: ESA

वैज्ञानिकों की ओर से अंटार्कटिक महासागर को लेकर एक चिंताजनक बात कही गई है। धरती पर अंटार्कटिक महासागरीय धारा सबसे शक्तिशाली धारा मानी जाती है जो कि अब अपनी शक्ति खो रही है। इसका असर ग्लोबल ओशन सर्कुलेशन पर व्यापक रूप से पड़ सकता है। यानि कि अगर अंटार्कटिक महासागर की धारा कमजोर पड़ती है तो यह विश्व के अन्य महासागरों के धारा प्रवाह को भी प्रभावित करेगा। धारा प्रवाह को अंटार्कटिक सर्कमपोलर करंट (ACC) के नाम से जाना जाता है। वैज्ञानिक कह रहे हैं कि यह 2050 तक 20% धीमी हो चुकी होगी। 

अंटार्कटिक महासागर की धारा कई अन्य महासागरों को जोड़ती है और हीट एक्सचेंज को रेगुलेट भी करती है। अगर यह कमजोर पड़ती है तो अंटार्कटिका की बर्फ और तेजी से पिघलना शुरू हो जाएगी। इसका असर दूरगामी रूप में समुद्र जल स्तर की वृद्धि के रूप में देखने को मिलेगा। यह वैश्विक तापमान को भी प्रभावित करेगी और समुद्र के ईकोसिस्टम को भी प्रभावित करेगा। 

Environmental Research Letters में इस स्टडी को प्रकाशित किया गया है। इसमें बताया गया है कि कैसे अंटार्कटिक की बर्फ पिघल रही है और यह अंटार्कटिक सर्कमपोलर करंट (ACC) को प्रभावित कर रही है। शोधकर्ताओं ने बर्फ की चादर और समुद्री जल के बीच परस्पर क्रिया का मॉडल तैयार किया और इसको स्टडी किया। पता चला है कि ताजा, ठंडे पिघले पानी के प्रवेश से महासागर का घनत्व बदल जाता है और सतह और गहरे पानी के बीच संवहन (convection) कम हो जाता है, जिससे धारा कमजोर हो जाती है।

धीमी धारा के क्या होंगे परिणाम
अंटार्कटिक सर्कमपोलर करंट (ACC) का धीमा पड़ जाना पूरे विश्व के वातावरण को प्रभावित करेगा। स्टडी कहती है कि अंटार्कटिक सर्कमपोलर करंट (ACC) अगर धीमा होता है तो वैश्विक महासागरीय सर्कुलेशन में खलल पैदा कर देगा। जैसे ही संवहन कमजोर पड़ता है, गर्म पानी अंटार्कटिक में भीतर तक जाकर मिलना शुरू हो जाएगा। यह बर्फ को और तेजी से पिघलाएगा और परिणामस्वरूप इससे समुद्र का स्तर तेजी से बढ़ने लगेगा। इससे समुद्र के किनारे बसे शहर पानी में डूबना शुरू हो जाएंगे। इसके साथ ही यह समुद्र के ईकोसिस्टम को व्यापक रूप से प्रभावित करेगा। यानी कि इस प्रक्रिया के जारी रहने से सिर्फ अंटार्कटिका ही नहीं, पूरे ग्रह के ओशन सर्कुलेशन पैटर्न बदलने लगेंगे। 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

The resident bot. If you email me, a human will respond. ...और भी
Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. पिन कोड को कहिए बाय, अब घर का पता होगा सिर्फ 10 डिजिट में! जानें क्या है एड्रेस Digipin?
  2. 12,200 रुपये सस्ता मिल रहा Oppo Reno 12 Pro, 12GB RAM के साथ 50MP फ्रंट कैमरा से लैस
  3. 6000mAh बैटरी, 32 मेगापिक्सल कैमरा के साथ Realme C73 5G लॉन्च, जानें सबकुछ
#ताज़ा ख़बरें
  1. Google की Pixel 10 सीरीज के लॉन्च की तैयारी, 4 मॉडल हो सकते हैं शामिल
  2. WhatsApp नहीं करेगा इन iPhone पर काम, जानें कौन से मॉडल हैं इसमें शामिल
  3. क्रिप्टो मार्केट में रिकवरी, Bitcoin का प्राइस 1,05,000 डॉलर से ज्यादा
  4. Meta बनाएगी सेना के लिए स्मार्ट चश्मे और हेलमेट, डिफेंस में लगेगा AI और AR का तड़का!
  5. 6000mAh बैटरी, 32 मेगापिक्सल कैमरा के साथ Realme C73 5G लॉन्च, जानें सबकुछ
  6. पिन कोड को कहिए बाय, अब घर का पता होगा सिर्फ 10 डिजिट में! जानें क्या है एड्रेस Digipin?
  7. Xiaomi ने लॉन्च की मोबाइल से कंट्रोल होने वाली स्मोक चिमनी, जानें कीमत और स्पेसिफिकेशन्स
  8. Oppo A6i 5G के स्पेसिफिकेशंस हुए लीक, लॉन्च से पहले TENAA लिस्टिंग में आया नजर
  9. HMD Skyline 2 GT, Skyline 2 के स्पेसिफिकेशंस लीक, जल्द देगा दस्तक!
  10. 50MP कैमरा, 6500mAh बैटरी के साथ Jovi V50 5G, V50 Lite 5G लॉन्च, जानें सबकुछ
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.