Google Doodle में आज पानी-पूरी का चटकारा दिखाई दे रहा है। Google ने इंटरेक्टिव गेम डूडल में बनाकर पानी-पूरी को सेलिब्रेट किया है। पानी-पूरी दक्षिणी एशिया एक मशहूर स्ट्रीट फूड है जिसे खाने के शौकीन बहुत पसंद करते हैं। इसमें आटे या सूजी की बनी पतली और क्रिस्पी पूरी को आलू, छोले, मसालों या मिर्च के साथ मसालेदार और मीठे पानी के साथ खाया जाता है। पानी-पूरी की खास बात ये भी है कि लोग इसे अपने अपने स्वाद के अनुसार फ्लेवर के साथ खा सकते हैं। मसलन, इसे मीठी चटनी, हरी मिर्च वाली चटनी, पोदीना आदि के साथ खाया जा सकता है।
Google के अनुसार, 2015 में मध्य प्रदेश में एक रेस्तरां ने पानी-पूरी के 51 फ्लेवर पेश किए थे, और एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। दुनिया में पहली बार पानी-पूरी को इतने फ्लेवर के साथ पेश किया गया था। इतना ही नहीं, भारत जैसे देश में इसे अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग प्रकारों में पेश किया जाता है। महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में पानी पूरी को उबले हुए सफेद चने या छोले, अंकुरित दालों या स्प्राउट्स से भरकर तीखे पानी में सर्व किया जाता है।
उत्तर भारत के राज्यों जैसे पंजाब, जम्मू कश्मीर, नई दिल्ली आदि में इसे आलू और उबले हुए सफेद चने से भरकर जलजीरा वाले पानी में डुबोकर सर्व किया जाता है, जिसे गोल-गप्पा कहते हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्से में इसे पुचका या फुचका कहते हैं। गूगल के
अनुसार, किंवदंती है कि
महाभारत काल में द्रौपदी ने पानी-पूरी की खोज की थी। कहा जाता है कि द्रौपदी को अपने पांच पतियों के खाने की कमी पड़ रही थी।
ऐसे में द्रौपदी ने विचार लगाया और बची हुई आलू की सब्जी और अन्च कच्ची सब्जियों को मिलाकर आटे की छोटी छोटी पूरी बनाकर उनमें भर दिया। इस तरह से पानी-पूरी का जन्म हुआ। पानी पूरी दक्षिण एशिया के अलावा अब धीरे-धीरे अन्य देशों में भी पहचान बना रही है।
अमेरिका जैसे पश्चिमी देशों में रहने वाले भारतीयों ने इसे वहां भी पहचान दिलाने में भूमिका निभाई है। लेकिन पानी-पूरी भारत में हर हिस्से में पसंद किया जाने वाला स्ट्रीट फूड है, जो किसी मौसम या मौके का मोहताज नहीं है।