ऑस्‍ट्रेलिया के सबसे अमीर शख्‍स ने फेसबुक पर किया मुकदमा, यह है वजह

आरोप लगाया गया है कि फेसबुक ‘अपराध के लिए अपने सिस्टम का इस्तेमाल होने से रोकने और कॉर्पोरेट कल्‍चर बनाने में विफल रही।

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गैजेट्स 360 स्टाफ, अपडेटेड: 4 फरवरी 2022 12:59 IST
ख़ास बातें
  • ऑस्‍ट्रेलिया के सबसे अमीर शख्‍स एंड्रयू फॉरेस्ट हैं
  • उन्‍होंने फेसबुक पर ऑस्‍ट्रेलिया में मुकदमा किया है
  • 28 मार्च से इस मामले की सुनवाई शुरू की जाएगी

यह भी आरोप है कि अपराधियों को रोकने के लिए फेसबुक ने पर्याप्त कदम नहीं उठाए।

ऑस्‍ट्रेलिया के सबसे अमीर शख्‍स एंड्रयू फॉरेस्ट (Andrew Forrest) ने गुरुवार को कहा कि वह फेसबुक (Facebook) के मालिकाना हक वाली मेटा (Meta) के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई अदालत में आपराधिक कार्यवाही शुरू कराने जा रहे हैं। उन्‍होंने आरोप लगाया है कि मेटा ने मनी लॉन्ड्रिंग विरोधी कानूनों का उल्लंघन किया है। इसके प्लेटफॉर्म का इस्‍तेमाल ऑस्ट्रेलियाई लोगों से घोटाला करने के लिए किया जाता है। रॉयटर्स के मुताबिक, फोर्टस्क्यू मेटल्स ग्रुप (Fortescue Metals Group) के अध्यक्ष फॉरेस्ट ने कहा कि उन्‍होंने क्लिकबैट एडवरटाइजिंग स्‍कैम में लोगों को पैसा गंवाने से रोकने के लिए यह कार्रवाई की है। वेस्‍ट ऑस्ट्रेलिया के मजिस्ट्रेट कोर्ट में दायर मुकदमे में फॉरेस्ट ने आरोप लगाया गया है कि फेसबुक ‘अपराध के लिए अपने सिस्टम का इस्तेमाल होने से रोकने और कॉर्पोरेट कल्‍चर बनाने में विफल रही।

यह भी आरोप लगाया गया है कि ऑस्ट्रेलियाई यूजर्स को धोखा देने के लिए अपराधियों ने फेसबुक प्‍लेटफॉर्म का इस्‍तेमाल किया और उन्‍हें रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाकर फेसबुक आपराधिक रूप से लापरवाह था। फॉरेस्‍ट ने इससे पहले फेसबुक से अनुरोध किया था कि वह उसके प्‍लेटफॉर्म में इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान्‍स को प्रमोट ना होने दे। इसके लिए कदम उठाए। नवंबर 2019 में फॉरेस्‍ट ने इस संबंध में मार्क जुकरबर्ग को एक ओपन लेटर भी लिखा था। इसी के बाद मुकदमे का फैसला लिया गया। 

फेसबुक की मेटा ने इस मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि उसने ऐसे एडवरटाइजमेंट को प्रदर्शित होने से रोकने के लिए हमेशा काम किया है और एडवरटाइजर्स को ब्‍लॉक भी किया है। 

मुकदमे में कहा गया है कि मार्च 2019 से फेसबुक पर ऐसे विज्ञापन दिखाई दिए हैं, जिनमें फॉरेस्ट की छवि का इस्तेमाल करते हुए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश योजनाओं को बढ़ावा देने का दावा किया।

एक बयान में फॉरेस्‍ट ने कहा कि यह कार्रवाई उन आस्ट्रेलियाई लोगों की ओर से की जा रही है, जो अपनी बचत इकट्ठा करने के लिए पूरी जिंदगी काम करते हैं। ऑस्ट्रेलियाई कानून के तहत किसी विदेशी कॉर्पोरेशन के निजी अभियोजन के लिए देश के अटॉर्नी जनरल की सहमति चाहिए होती है। 
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अटॉर्नी-जनरल ने फेसबुक के खिलाफ निजी अभियोजन के लिए अपनी सहमति दे दी है। प्रिंसिपल स्टीवन लुईस इस मामले में फॉरेस्ट की ओर से कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। अटॉर्नी जनरल के ऑफ‍िस ने इस मामले में मांगे गए कमेंट का तुरंत कोई जवाब नहीं दिया। अगर फेसबुक को इस मामले में दोषी पाया जाता है, तो उसे तीन आरोपों में से हरेक पर अधिकतम 126,000 AUD (लगभग 67.12 लाख रुपये) का जुर्माना लगेगा। 28 मार्च से इस मामले की सुनवाई शुरू होगी। पिछले साल सितंबर में भी फॉरेस्ट ने कैलिफोर्निया के सुपीरियर कोर्ट में फेसबुक के खिलाफ एक अलग सिविल केस फाइल किया था। 
 
 

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