ट्रू वायरलेस ईयरफोन्स मोटे तौर पर दो कैटिगरी में आते हैं। एक इन-कैनाल स्टाइल में होते हैं जो बेहतर नॉइज आइसोलेशन और एक्टिव नॉइज कैंसिलेशन देते हैं और दूसरे आउटर ईयरफिट में आते हैं जिन्हें Apple AirPods के साथ पॉपुलरिटी मिली, इनमें ज्यादा आरामदायक फिट और आसपास के वातावरण के साउंड को भी सुनने की सहूलियत होती है। भारत में सोनी के ट्रू वायरलेस ईयरफोन LinkBuds (WF-L900) ऊपर बताई गई दोनों में से किसी कैटिगरी में फिट नहीं बैठते। इनमें एक रेडिअल और गैर पारंपरिक डिजाइन दिया गया है जो इनको दूसरे कंपिटीटर्स से अलग करता है।
Sony LinkBuds की भारत में कीमत 19,990 रुपये है और ये पूरे दिन एक आरामदायक फिट का वादा करते हैं। इनमें आसपास के साउंड को सुनने की सहूलियत भी है और कॉल व ऑडिया परफॉर्मेंस भी बेहतर होने का दावा किया गया है। ऐसे ट्रू वायरलेस इयरफोन जिन्हें आप पूरा दिन पहन सकते हैं और कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं, Sony LinkBuds आमतौर पर मिलने वाले प्रीमियम TWS हेडसेट्स से काफी अलग हैं। क्या ये किए गए सभी वादे पूरे करते हैं? इस रिव्यू में पता करते हैं।
Sony LinkBuds का डिजाइन और फीचर्स
Sony LinkBuds का डिजाइन सबसे ज्यादा आकर्षित करता है। बहुत से लोगों को, अगर पहले से पता न हो, तो लगेगा ही नहीं कि ये इयरफोन हैं। इनमें आउटर ईयर फिट दिया गया है और ईयर कैनाल में ये अंदर नहीं जाते हैं। इनमें कोई स्टेम भी नहीं दिया गया है। ईयरपीस के ड्राइवर चैम्बर में एक डोनट जैसा छेद दिया गया है, जिससे कि ईयरफोन्स के ऑन होने पर भी आसपास की साउंड साफ सुनाई दे सकती है।
इसका मतलब है कि इनके ऑन होने पर भी (बिना ऑडियो प्ले) मैं अपने आसपास के वातावरण सुन सकता हूं। अगर आपके लिए अपने आसपास की ध्वनियों को सुनना भी उतना ही जरूरी है तो इससे बेहतर डिजाइन आपको फिलहाल नहीं मिलने वाला है। यह यूनीक डिजाइन कम्फर्टेबल फिट भी देता है, जिसके साथ सोनी आर्क सपोर्ट भी देती है। कस्टमाइजेबल फिट के लिए सेल्स पैकेज में टिप्स के पांच पेअर मिलते हैं। मेरे कान की शेप के हिसाब से मुझे सबसे छोटे साइज वाले टिप्स सबसे ज्यादा आरामदायक लगे। लेकिन इससे सिक्योरिटी पर असर पड़ा। सिर को थोड़ा सा हिलाने पर ईयरपीस के निकलने का डर लग रहा था, इसलिए आपको इन्हें ट्राई करना पड़ेगा और सबसे आरामदायक और सेफ पेअर को चुनना होगा।
Sony LinkBuds के ईयरपीस का वजन 4.1 ग्राम है और इन्हें वॉटर रसिस्टेंस के लिए IPX4 रेट किया गया है। बाहर की साइड्स में एक रोचक टेक्स्चर दिया गया है। कंट्रोल्स के लिए इन्हें टच सेंसिटिव बनाया गया है। रोचक बात है कि आपको ईयरपीस को टैप करने की जरूरत नहीं है, इसके लिए इनमें Wide Area Tap नाम का एक फीचर दिया गया है।
ऐप के माध्यम से इनेबल करने पर आप अपने कान के सामने अपने गाल पर टैप कर सकते हैं। इससे ईयरबड्स पर कंट्रोल मिल जाता है। मेरे लिए इसने अच्छी तरह से काम किया। इससे ऑन डिवाइस कंट्रोल काफी आसान हो गया।
इस प्राइस रेंज में मिलने वाले अधिकतर वायरलेस हेडसेट्स की तुलना में इसका चार्जिंग केस काफी छोटा है। इसके कारण यह पॉकेट में और भी कम जगह लेता है। फ्रंट में इसमें लिड रिलीज बटन और इंडीकेटर लाइट दी गई है। पीछे की ओर पेअरिंग बटन और टाइप सी पोर्ट दिया गया है। चार्जिंग के लिए ईयरपीस को इनकी जगह पर फिट करना पड़ता है लेकिन यह लिड को बंद करने के साथ ही खुद ब खुद हो जाता है, इसलिए इसकी जल्द ही आदत पड़ जाती है। इस प्राइस पॉइंट पर आपको इसमें वायरलेस चार्जिंग नहीं मिलती, जो कि निराश करने वाली बात है।
इसके दूसरे फीचर्स में वॉयस असिस्टेंट, गूगल फास्ट फेअर, स्पॉटिफाई टैप और 360 रिएलिटी ऑटो का सपोर्ट दिया गया है। इसमें कोई एक्टिव नॉइज कैंसिलेशन नहीं मिलता लेकिन हेडसेट्स की पोजीशन और डिजाइन के कारण इसकी कमी नहीं खलती है।
Sony LinkBuds ऐप और स्पेसिफिकेशंस
Sony LinkBuds कंपनी के बाकी हेडसेट्स की तरह Sony Headphones Connect ऐप के जरिए काम करते हैं जो कि आईओएस और एंड्रॉयड, दोनों के लिए उपलब्ध है। ऐप में इनके लिए फीचर्स की लम्बी लिस्ट दी गई है जिसमें Speak To Chat, इक्वेलाइजर, 360 रियलिटी ऑडियो कॉन्फिग्रेशन, टैप कंट्रोल कस्टमाइजेशन, एडेप्टिव वॉल्यूम कंट्रोल, ऑटो प्ले और पॉज तथा फर्मवेयर अपडेट आदि शामिल हैं।
इनमें से कुछ फीचर्स तो सोनी के पुराने हेडसेट्स में भी मौजूद हैं। Sony LinkBuds में एडेप्टिव वॉल्यूम कंट्रोल दिया गया है जो आसपास के वातावरण से आ रहे शोर या आवाजों के हिसाब से वॉल्यूम को एडजस्ट कर देता है। वाइड एरिया टैप टॉगल की मदद से आप ईयरपीस को टच किए बिना भी ऑन डिवाइस कंट्रोल इस्तेमाल कर सकते हैं।
कनेक्टिविटी के लिए इनमें Bluetooth 5.2 दिया गया है जिसके साथ में SBC और AAC ब्लूटूथ कोडेक का सपोर्ट है। यहां पर एडवांस्ड ब्लूटूथ कोडेक का सपोर्ट नहीं दिया गया है, जो इस प्राइस पॉइंट पर निराश करने वाली बात है। ईयरफोन्स में 20-20,000Hz की फ्रिक्वेंसी रेस्पोन्स रेंज दी गई है। आर्क सपोर्ट फिटिंग की 5 पेअर्स के अलावा बॉक्स में आपको एक यूएसबी टाइप सी केबल भी मिलता है।
Sony LinkBuds परफॉर्मेंस और बैटरी लाइफ
सोनी के लिंकबड्स को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इस प्राइस सेग्मेंट में इनकी तुलना किसी दूसरे प्रोडक्ट से हो ही नहीं सकती है। इसमें कोई पेसिव नॉइज कैंसिलेशन नहीं है और न ही एक्टिव नॉइज कैंसिलेशन है। फिर भी, कंपनी एक आरामदेह फिट, आसपास के वातावरण की जागरुकता के साथ कई तरह के फंक्शन और इस्तेमाल करने की क्षमता देती है।
शुरू में इनकी आदत हो पाना थोड़ा मुश्किल लग रहा था लेकिन कुल मिलाकर ये ऑवरऑल अच्छा एक्सपीरियंस देते हैं, जैसा कि मैं दूसरे इयरफोन्स में ढूंढा करता हूं। पूरे दिन के लिए इस्तेमाल किए जा सकने का कम्फर्ट, मल्टीपर्पज नेचर और एम्बियंट अवेयरनेस के कारण ये मेरे लिए फेवरेट इयरफोन्स बन जाते हैं।
पेसिव नॉइज कैंसिलेशन के बिना इयरफोन्स पर जो ऑडियो चल रहा है उसको सुन पाना, कहने के लिए काफी चुनौतीपूर्ण लगा लेकिन इयरफोन्स ने वॉल्यूम और ऑडियो की दिशा में अच्छा अनुभव दिया। सोनिक सिग्नेचर थोड़ा अजीब लगा, जिसमें सब-बेस फ्रिक्वेंसी बहुत कमजोर थी और मिड बेस भी काफी डल था।
Croatia Squad और Frey का White Horse घर में ऊंची आवाज में सुनने में ठीक लगा। हालांकि, इस एग्रेसिव हाउस ट्रैक में थंप और अटैक मौजूद नहीं लग रहे थे और इसकी डीप और रिदमिक बीट्स थोड़ी खोखली लग रही थी।
फिर भी, साउंड काफी बैलेंस्ड लगा और मिड रेंज में डिटेल्स अच्छे मिले। इसका कारण इसका फॉर्म फैक्टर हो सकता है। साथ ही ऑडियो प्ले के साथ एम्बियंट साउंड आना भी इसको प्रभावित कर सकता है। लेकिन यह भी निश्चित तौर कहा जा सकता है कि यह कई तरह जोनर के म्यूजिक में फिट नहीं बैठता।
आउटडोर में ये ईयरफोन्स थोड़ा संघर्ष करते नजर आते हैं। वॉल्यूम को 80 प्रतिशत करने पर मैं इयरफोन्स में चल रहे ऑडियो को आराम से सुन पा रहा था। लेकिन इस पॉइंट पर फिर आसपास के साउंड का पता नहीं लग पा रहा था। शांत एरिया में इससे ज्यादा दिक्कत नहीं हुई, लेकिन मुंबई के व्यस्त रोड से आने वाले साउंड काफी रुकावट डाल रहे थे।
इन ईयरबड्स की ट्यूनिंग के कारण ये वॉइस आधारित कंटेंट जैसे ऑडियो बुक्स, मूवी और टीवी शो और यू-ट्यूब वीडियो के लिए अच्छी तरह से काम करते हैं। वॉइस काफी क्लियर सुनाई देती है। इसके साथ वॉइस कॉल्स की क्वालिटी भी काफी अच्छी है। वॉल्यूम के थोड़े ऊंचे लेवल पर इनमें अच्छा कॉलिंग एक्सपीरियंस मिलता है। बल्कि कॉल्स के दौरान बाहर के नॉइज के लिए भी कानों का खुला होना कॉल्स को ज्यादा नैचरल बनाता है।
इनकी बैटरी लाइफ औसत ही कही जाएगी। इनमें न तो बैटरी खपत करने वाला एक्टिव नॉइज कैंसिलेशन दिया गया है और न ही एडवांस्ड ब्लूटूथ कोडेक सपोर्ट दिया गया है, फिर भी बैटरी का औसत चल पाना निराश करता है। मॉडरेट वॉल्यूम पर ये 4 घंटे 35 मिनट चल पाई।
हमारा फैसला
Sony बेस्ट वायरलेस हेडफोन्स और ईयरफोन्स बनाती है। इसके पास प्रोडक्ट्स की एक बड़ी रेंज है जो जरूरत के हिसाब से चुने जा सकते हैं। Sony LinkBuds कंपनी के यूनीक प्रोडक्ट्स में आते हैं। यह आमतौर पर चलन में मिलने वाले डिजाइन के उलट हैं और खास तरह का यूजर एक्सपीरियंस देने के लिए बनाए गए हैं।
Sony LinkBuds आरामदायक फिट, एम्बियंट साउंड एक्सपीरियंस, साउंड क्वालिटी देने में सफल होते हैं। हालांकि, शोर वाले वातावरण में आपका म्यूजिक अनुभव थोड़ा प्रभावित हो सकता है। साथ में कमजोर बेस लेवल होने के कारण कुछ जोनर के म्यूजिक में अजीब अनुभव मिल सकते हैं। मुझे इन इयरफोन्स को कॉल्स, आउटडोर वॉक और मेरे वर्क डेस्क पर रोजमर्रा के काम के लिए इस्तेमाल करना काफी पसंद आया।
Sony LinkBuds 19,990 रुपये की कीमत में महंगे हैं और सिर्फ यूनीक डिजाइन को ही देखें तो प्री-ऑर्डर के 14,990 रुपये के प्राइस में भी ये महंगे ही हैं। ये उन यूजर्स के लिए अच्छे हैं जो वॉइस आधारित साउंड के साथ अच्छा एक्सपीरियंस चाहते हैं और अच्छे एम्बियंट अवेयरनेस वाले इयरफोन्स खोज रहे हैं। लेकिन, अगर आपका झुकाव म्यूजिक की तरफ ज्यादा है तो मैं इसी प्राइस रेंज में मौजूद Sony WF-1000XM4 का सुझाव दूंगा।