फिल्म ‘ओपनहाइमर' (Oppenheimer) की ताबड़तोड़ कमाई जारी है। ना सिर्फ भारत, बल्कि वर्ल्डवाइड यह फिल्म जमकर कारोबार कर रही है। फिल्म देखकर आ रहे लोग इसकी तारीफ में सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं उड़ेल रहे हैं। निर्देशक ‘क्रिस्टोफर नोलन' से लेकर फिल्म के कलाकारों की खूब तारीफ हो रही है। बीते शुक्रवार रिलीज हुई ‘ओपनहाइमर' ने भारत में 3 दिनों में करीब 49 करोड़ रुपये की कमाई की है। वर्ल्डवाइड कलेक्शन के मामले में फिल्म कहीं आगे है।
इंडस्ट्री ट्रैकर Sacnilk के आंकड़े बताते हैं कि ‘ओपनहाइमर' ने भारत में 14.5 करोड़ रुपये की ओपनिंग ली थी। शनिवार को फिल्म ने 17.25 करोड़ रुपये भारत में कमाए। रविवार को भी यही सिलसिला देखने को मिला और कलेक्शन 17.25 करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है। भारत में फिल्म की ज्यादातर कमाई इसके अंग्रेजी वर्जन की हुई है। 3 दिनों का कुल कलेक्शन 49 करोड़ रुपये है। गैजेट्स 360 हिंदी इन आंकड़ों की पुष्टि नहीं करता।
‘ओपनहाइमर' ने भारत में जो कमाई की है, वो इसके वर्ल्डवाइड कलेक्शन के आगे कुछ भी नहीं। फिल्म ट्रेड एनालिस्ट सुमित कडेल ने अपने हालिया ट्वीट में बताया है कि ‘ओपनहाइमर' ने तीन दिनों में वर्ल्डवाइड 174.2 मिलियन डॉलर की कमाई कर ली है, जोकि 1428 करोड़ रुपये से ज्यादा है। ये महज 3 दिनों के आंकड़े हैं यानी फिल्म अभी और कमाई करती रहेगी।
यह फिल्म मशहूर अमेरिकी फिजिसिस्ट ‘जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर' की बायोपिक है। दुनिया उन्हें जानती है पहला परमाणु बम बनाने वाले शख्स के रूप में। ओपेनहाइमर अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनके जीवन पर फिल्म बनाने का सफल बीड़ा उठाया है निर्देशक क्रिस्टोफर नोलन ने।
क्रिस्टोफर नोलन ने कई बेहतरीन फिल्मों का निर्माण किया है। साल 2008 में आई ‘द डार्क नाइट' इसमें पहला नाम है, जिसकी कहानी गोथम सिटी पर केंद्रित है। उन्होंने 2010 में आई साइंस फिक्शन फिल्म इंसेप्शन, 2014 में आई इंटरस्टेलर, 2005 में आई बैटमैन बिगन्स और 2020 में आई टेनेट का निर्माण किया है।
जैसाकि हमने बताया यह फिल्म ‘जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर' की बायोपिक है। निर्देशक ने फिल्म में सिर्फ ओपेनहाइमर का काम नहीं दिखाया। बताया है कि अमेरिका के लिए पहला परमाणु बम बनाने वाला मशहूर फिजिसिस्ट अपने ही आविष्कार की वजह से खुद की नजरों में गिर गया। जिस बम ने जापान में हजारों जिंदगियां तबाह कीं, उसे बनाने वाले ओपनहाइमर खुद से नफरत करने लगे थे।
मेकर्स के मुताबिक इस फिल्म को आईमैक्स कैमरों से शूट किया गया है। यह फिल्म रिकॉर्डिंग का एकदम हाईटेक अंदाज है। ऐसे कैमरों से शूट हुई फिल्में जब आईमैक्स थिएटर्स में दिखाई जाती हैं, तो दर्शक उनमें डूब जाते हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि सबकुछ उनके आसपास घट रहा है। ना सिर्फ वीडियो बल्कि ऑडियो की भी शानदार जुगलबंदी होती है। @OppenheimerFilm