70 लाख भारतीय यूज़र्स का क्रेडिट और डेबिट कार्ड डेटा डार्क वेब के माध्यम से ऑनलाइन लीक हुआ है, जिसका खुलासा एक सिक्योरिटी रिसर्चर द्वारा किया गया है। लीक डेटा में भारतीय कार्डधारकों के केवल नाम ही नहीं बल्कि उनके मोबाइल नंबर्स, इनकम लेवल्स, इमेल आइडी और पर्मानेंट अकाउंट नवंबर (PAN) डिटेल्स आदि शामिल हैं। यह गूगल ड्राइव लिंक के माध्यम से डाउनलोड के उपलब्ध है। यह लिंक पब्लिक एक्सेस के लिए ओपन हैं।
साइबरसिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखर राजाहरिया ने इस महीने की शुरुआत में डार्क वेब पर गूगल ड्राइव लिंक की खोज़ की थी, जिसे “Credit Card Holders data” के नाम का टाइटल दिया गया था।
Gadgets 360 के साथ साझा किए लिंक में 59 एक्सल फाइल्स शामिल हैं, जिसमें कार्डधारकों के पूरे नाम, मोबाइल नंबर, शहर, इनकम लेवल और इमेल आइडी आदि शामिल हैं। इसके अलावा इसमें पैन कार्ड नंबर, इम्पलॉय डिटेल्स आदि शामिल हैं। हालांकि, लीक डेटा में बैंक अकाउंट और पीड़ित के कार्ड नंबर आदि की जानकारी शामिल नहीं है।
राजाहरिया ने Gadgets 360 को बताया उन्होंने एक्सल शीट में लिस्ट कुछ नाम को लिंकडिन व ट्रूकॉलर पर उनके नाम की आइडी से भी वेरिफाई किया है। यहां तक कि उन्होंने खुद के नाम की भी इस लिस्ट में ढूंढ निकाला है।
हालांकि, इस डेटा में उन बैंकों का कोई स्पष्ट विवरण नहीं है जिनके कार्डधारकों की जानकारी इस में लीक हुई हैं, इसमें ज्यादातर कार्डधारकों के लिए फर्स्ट स्वाइप अमाउंट शामिल है।
राजाहरिया का कहना है कि यह डेटा किसी थर्ड पार्टी से संबंधित हो सकता है, जो बैंक को सेवा प्रदान करता है या उसे लीड करता है। यह जानकारी सबसे पहले
Inc42 द्वारा सार्वजनिक की गई थी।
यह डेटा कब लीक किया गया है, इसकी सटिक जानकारी फिलहाल साफ नहीं है। हालांकि, इसमें संभवत साल 2010 से लेकर 2019 के बीच की जानकारी शामिल हो सकती है।