विज्ञापन

जब अंतरिक्ष में चहलकदमी कर रहे यात्री को मिला मैसेज, सब कुछ छोड़कर फौरन वापस जाओ

  • 1/5

    जब अंतरिक्ष में चहलकदमी कर रहे यात्री को मिला मैसेज, सब कुछ छोड़कर फौरन वापस जाओ

    इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) इन दिनों सुर्खियों में है। वहां मौजूद 7 अंतरिक्ष यात्रियों के दल में से 3 अंतरिक्ष यात्री ऐसे हैं, जिन्‍हें पृथ्‍वी पर वापस लाने वाले स्‍पेसक्राफ्ट में छेद हो गया है। ये अंतरिक्ष यात्री सितंबर में रूस के सोयुज स्‍पेसक्राफ्ट पर सवार होकर आईएसएस पर पहुंचे थे। इन्‍हें पृथ्‍वी पर वापस कैसे लाया जाए, इसको लेकर रूस और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) तमाम विकल्‍पों पर विचार कर रही हैं। ऐसा पहली बार नहीं है, जब आईएसएस पर सवार अंतरिक्ष या‍त्री किसी मुसीबत में आए हों। पिछले साल एक स्‍पेसवॉक के दौरान भी रूसी अंतरिक्ष यात्री की जान पर बन आई थी।

  • 2/5

    स्‍पेससूट की बैटरी में आ गई थी प्रॉब्‍लम

    यह घटना अगस्‍त महीने में सामने आई थी। एक्सपेडिशन 67 (Expedition 67) के कमांडर ‘ओलेग आर्टेमयेव' आईएसएस से निकलकर स्‍पेसवॉक कर रहे थे। इसी दौरान उनके स्‍पेससूट की बैटरी में वोल्‍टेज का उतार-चढ़ाव होने लगा। ‘ओलेग आर्टेमयेव' ने मॉस्‍को मिशन कंट्रोल को इसकी जानकारी दी। इसके बाद उन्‍हें फौरन एयरलॉक में जाने का आदेश दिया गया। थोड़ी भी देर होती, तो हालात बिगड़ सकते थे।

  • 3/5

    वापस नहीं लौटते तो टूट जाता संपर्क

    रिपोर्टों के अनुसार मॉस्‍को मिशन कंट्रोल रूम से आए जवाब में ‘ओलेग आर्टेमयेव' से कहा गया था कि सब कुछ छोड़ दो और तुरंत वापस जाना शुरू करो! उनसे कहा गया था, ओलेग वापस जाओ और स्टेशन की पावर से खुद को कनेक्‍ट करो। अगर ओलेग मॉस्‍को मिशन कंट्रोल की बात नहीं मानते और उनके स्‍पेससूट की पावर पूरी तरह से चली जाती, तो वह अपने सहयोगी स्पेसवॉकर ‘डेनिस मतवेव' और मॉस्‍को कंट्रोल मिशन के साथ कम्‍युनिकेशन खो देते, इसीलिए उन्‍हें स्‍टेशन की पावर से कनेक्‍ट होने को कहा गया था।

  • 4/5

    एयरलॉक में जाने के बाद संभले हालात

    मॉस्‍को मिशन कंट्रोल से मैसेज मिलने के बाद ओलेग ने एयरलॉक में जाने का फैसला किया। इस वजह से स्‍पेसवॉक को भी जल्‍दी खत्‍म करना पड़ा था। ओलेग करीब साढ़े 6 घंटे की स्‍पेसवॉक पर थे, लेकिन स्‍पेससूट में समस्‍या ने वॉक को ढाई घंटे में समेट दिया।

  • 5/5

    स्‍पेससूट में सौर पैनलों की वकालत

    इसके बाद आर्टेमयेव ने कहा था कि स्‍पेससूट में सोलर पैनल भी लगे होने चाहिए, ताकि आपात स्थिति में उन्‍हें रिचार्ज करके काम चलाया जा सके। रूसी स्‍पेस एजेंसी ने उन्‍हें स्‍पेसवॉक पर इसलिए भेजा था, ताकि वो एक यूरोपीय रोबोटिक आर्म को जारी रख सकें, जिसे जुलाई 2021 में ऑर्बिटिंग कॉम्प्लेक्स में लॉन्च किया गया था।

बेस्ट मोबाइल फोन्स
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.