हम ताज्जुब करते हैं, जब सुनते हैं कि किसी शख्स ने 100 साल की उम्र पूरी कर ली। इंसान को इस धरती पर सबसे ज्यादा समझदार प्राणी माना जाता है, लेकिन उम्र के मामले में मनुष्य दुनिया के बाकी जीवों से कहीं पीछे है। इस धरती पर तमाम जीव हैं, जो सैकड़ों साल तक जीवित रहते हैं। पानी में रहने वाले जीव उम्र के मामले में जमीन पर रहने वाले जीवों से कहीं आगे हैं। हम आपको ऐसे ही कुछ जीवों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी उम्र जानकर आपको हैरानी होगी। 190 साल से भी ज्यादा उम्र का कछुआ कछुए अपनी लंबी उम्र के लिए मशहूर हैं। सबसे उम्रदराज कछुआ 190 साल से भी ज्यादा उम्र का है और हिंद महासागर के द्वीप सेशेल्स में रहता है। इसका नाम जोनाथन है। इसे साल 1882 में सेशेल्स में लाया गया था, उससे पहले यह सेंट हेलेना द्वीप पर रहता था। जोनाथन की उम्र अनुमानों पर आधारित है, यानी यह अपनी अनुमानित उम्र से भी ज्यादा आयु का हो सकता है। पिछले साल गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इसे सबसे उम्रदराज कछुए का खिताब दिया।
लाल समुद्री अर्चिन (स्ट्रॉन्गिलोसेन्ट्रोटस फ़्रैंचिस्कैनस) छोटे और गोल आकार के अकशेरूकीय होते हैं। यह रीढ़ से ढके होते हैं। लाइव साइंस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि यह जीव कैलिफोर्निया से अलास्का तक उत्तरी अमेरिका के उथले तटीय पानी में रहता है। इसका भोजन समुद्री पौधे हैं। पहले वैज्ञानिकों को लगता था कि रेड सी अर्चिन तेजी से बढ़ते हैं और उनकी लाइफ 10 साल तक होती है। हालांकि इन पर स्टडी के बाद पता चला कि अर्चिन धीरे-धीरे बढ़ते हैं और कुछ जगहों पर लंबे वक्त तक जीवित रहते हैं।
बोहेड व्हेल को बालाएना मिस्टिकेटस (Balaena mysticetus) भी कहते हैं। ये सबसे लंबे वक्त तक जीवित रहने वाले स्तनधारी हैं। नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार, कुछ रिसर्च से यह पता चला है कि बोहेड व्हेल बड़े आराम से 100 साल से ज्यादा समय तक जीवित रहती हैं और 200 से ज्यादा साल तक जिंदा रह सकती हैं।
मीठे पानी के पर्ल मसल्स को (मार्गरीटिफेरा मार्गरिटिफेरा) भी कहते हैं। ये मुख्य रूप से नदियों और नालों में रहते हैं और पानी से भोजन के कणों को छानते हैं। इनकी मौजूदगी यूरोप और उत्तरी अमेरिका में आम है। वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड फॉर नेचर के अनुसार, सबसे पुराना मीठे पानी का पर्ल मसल्स 280 साल का था। हालांकि एक चिंता इनकी घटती आबादी से भी है।
ग्रीनलैंड शार्क को मौजूदगी आर्कटिक और उत्तरी अटलांटिक महासागरों में है। कनाडा की सेंट लॉरेंस शार्क ऑब्जर्वेटरी के अनुसार, इनकी लंबाई 24 फीट तक हो सकती है। ये समुद्री मछलियों और अन्य स्तनधारियों को खाती हैं। एक स्टडी से पता चला है कि इनका अधिकतम जीवन काल कम से कम 272 साल हो सकता है। स्टडी में यह भी पता चला कि सबसे बड़ी शार्क का लगभग 392 साल की थी। यह 512 साल तक भी जिंदा रह सकती हैं।
क्वाहोग क्लैम उत्तरी अटलांटिक महासागर में रहते हैं। यह खारे पानी में पाए जाते हैं। यह भी एक तरह के सीपी हैं और मीठे पानी में पाए जाने वाले सीपी के मुकाबले ज्यादा वर्षों तक जीवित रहते हैं। ब्रिटेन के राष्ट्रीय संग्रहालय के अनुसार साल 2006 में आइसलैंड के तट पर पाया गया एक क्वाहोग क्लैम करीब 507 साल का था।
ब्लैक कोरल यानी काला मूंगा पानी के नीचे मौजूद चट्टानों पर पाए जाते हैं और पौधों की तरह दिखाई देते हैं। कोरल एक जीव होने के बजाए अपने जैसे कई समान जीवों से बने होते हैं, इसलिए एक कोरल का जीवन काल एक टीम का जीवनकाल होता है। गहरे पानी में पाए जाने वाले काला मूंगा सबसे उम्रदराज होते हैं। हवाई के तट पर मिले काले मूंगा के सैंपल करीब 4,265 साल पुराने पाए गए थे।
ग्लास स्पंज जानवरों की कॉलोनियों से बने होते हैं और हजारों साल तक जीवित रह सकते हैं। ग्लास स्पंज पृथ्वी पर सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले स्पंज हैं। इस समूह के सदस्य अक्सर गहरे समुद्र में पाए जाते हैं और उनके कंकाल कांच के समान होते हैं। जर्नल केमिकल जियोलॉजी (नए टैब में खुलता है) में प्रकाशित 2012 के एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि ‘मोनोराफिस चूनी' प्रजाति से संबंधित एक ग्लास स्पंज लगभग 11,000 साल पुराना था।
Turritopsis dohrnii को अमर जेलीफिश कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह हमेशा जीवित रह सकती है। समुद्र में यह एक लार्वा के रूप में जीवन शुरू करती है। लंदन के नैचुरल हिस्ट्री म्यूजियम के अनुसार, जेलीफिश, भूमध्य सागर की मूल निवासी हैं और अपने जीवन चक्र को कई बार उलट सकती हैं यानी यह कभी बुढ़ापे से खत्म नहीं हो सकतीं। हालांकि यह मछली और अन्य समुद्री जीवों का शिकार जरूर हो सकती हैं। (कंटेंट और तस्वीरें लाइव साइंस से)