गुरुवार, 20 अप्रैल का दिन एलन मस्क (Elon Musk) के लिए अच्छा नहीं होगा, क्योंकि उनकी कंपनी SpaceX द्वारा बनाया दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट ‘स्टारशिप' (Starship) का लॉन्च टेस्ट विस्फोट के साथ असफल रहा। रॉकेट ने उड़ान तो बेहतरीन तरीके से भरी, लेकिन चंद मिनटों में वो आसमान में फट गया। आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं। (Image Credit: SpaceX)
SpaceX Starship को दुनिया का सबसे पावरफुल रॉकेट बताया जाता है। इसने गुरुवार को अपनी टेस्ट फ्लाइट की शुरुआत की। करीब 4 मिनटों तक हवा में उड़ते रहने के बाद इसमें विस्फोट हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फर्स्ट स्टेज बूस्टर जिसे सुपर हैवी बूस्टर कहा जाता है, उसके रॉकेट से अलग होने से ठीक पहले रॉकेट में विस्फोट हो गया। (Image Credit: Primal Space)
Gadgets 360 हिंदी की टीम इस लॉन्च टेस्ट को लाइव देख रही थी। गुरुवार की शाम अमेरिका के साउथ टेक्सस में एक लॉन्चपैड से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही रॉकेट में विस्फोट हो गया। यह दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट था, जिसे पहली बार लॉन्च टेस्ट किया गया। स्टारशिप अपनी कक्षा तक पहुंचने में विफल हो गया। (Image Credit: SpaceX)
इस लॉन्च टेस्ट को एलन मस्क भी मॉनिटर कर रहे थे। यह नहीं कहा जा सकता कि वो मायूस थे, लेकिन मुस्कुराहट उनके चेहरे पर नहीं थी। एक ट्वीट के जरिए उन्होंने स्टारशिप की टीम को बधाई दी है। मस्क ने लिखा है कि अगले टेस्ट लॉन्च के लिए आज बहुत कुछ सीखा है। (Image Credit: SpaceX)
स्टारशिप एक रीयूजेबल रॉकेट है। इसके मुख्य रूप से दो भाग हैं। पहला है- पैसेंजर कैरी सेक्शन यानी जिसमें यात्री रहेंगे, जबकि दूसरा है- सुपर हैवी रॉकेट बूस्टर। स्टारशिप और बूस्टर को मिलाकर इसकी लंबाई 394 फीट (120 मीटर) है। जबकि वजन 50 लाख किलोग्राम है। जानकारी के अनुसार, स्टारशिप रॉकेट 1.6 करोड़ पाउंड (70 मेगान्यूटन) का थ्रस्ट उत्पन्न करने में सक्षम है। यह नासा के स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट से लगभग दोगुना अधिक है। (Image Credit: SpaceX)
माना जाता है कि स्टारशिप रॉकेट के जरिए ही एक दिन इंसान, मंगल ग्रह तक का सफर तय करेगा। भविष्य में इस रॉकेट की मदद से इंसानों और जरूरी साजो-सामान को चंद्रमा और मंगल ग्रह तक ले जाया जा सकेगा। ऐसा हुआ तो इंसान सिर्फ पृथ्वी तक सीमित ना होकर मल्टीप्लैनेटरी प्रजाति बन जाएगा। (Image Credit: SpaceX)