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दुनिया का सबसे ताकतवर Starship रॉकेट उड़ाना Elon Musk को पड़ा भारी, लॉन्‍च साइट हुई ‘बर्बाद', देखें तस्‍वीरें

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    दुनिया का सबसे ताकतवर Starship रॉकेट उड़ाना Elon Musk को पड़ा भारी, लॉन्‍च साइट हुई ‘बर्बाद', देखें तस्‍वीरें

    एलन मस्‍क (Elon Musk) की स्‍पेस कंपनी ‘स्‍पेसएक्‍स' (SpaceX) ने पिछले सप्‍ताह दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट ‘स्‍टारशिप' (Starship) का लॉन्‍च टेस्‍ट किया था। अमेरिका के टेक्‍सास में किया गया टेस्‍ट कामयाब नहीं हो पाया था। उड़ान भरने के करीब 4 मिनटों बाद ही ‘स्‍टारशिप रॉकेट' गल्‍फ ऑफ मैक्सिको के ऊपर विस्‍फोट कर गया था। अब कुछ तस्‍वीरें सामने आई हैं, जिनसे पता चलता है कि ‘स्‍टारशिप रॉकेट' के लिफ्ट ऑफ ने टेक्‍सास में स्‍पेसएक्‍स की लॉन्‍च साइट को काफी नुकसान पहुंचाया है। दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट को उड़ाना ‘स्‍पेसएक्‍स' को कितना भारी पड़ा, आइए जानते हैं।

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    फोटोग्राफर को नजर आई वीरानी

    न्‍यूज एजेंसी एएफपी (AFP) के एक फोटोग्राफर ने लॉन्‍च पैड के आसपास के इलाके का जाएजा लिया। उन्‍हें वहां वीरानी के अलावा कुछ नजर नहीं आया। स्‍थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, लिफ्ट ऑफ के बाद कई मील दूर तक धूल के बादल नजर आ रहे थे।

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    जहां से उड़ा रॉकेट, हो गया गड्ढा

    तस्‍वीरों से पता चलता है कि विशाल लॉन्‍च टावर अब भी उसी जगह पर है। भारी-भरकम रॉकेट के उड़ान भरने की वजह से उसे काफी नुकसान हुआ है। सोशल मीडिया में ऐसी तस्‍वीरें शेयर हो रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि उड़ान भरने के बाद लॉन्‍च साइट पर विशाल गड्ढा हो गया।

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    एलन मस्‍क ने भी स्‍वीकारा नुकसान

    लॉन्‍च साइट पर हुए गड्ढे की बात को एलन मस्‍क ने भी स्‍वीकार किया है। उन्‍होंने अपने एक ट्वीट में लिखा है कि इंजन जब थ्राटल करते हैं, तो उसकी ताकत से वहां नुकसान हुआ हो सकता है। हालांकि ये विश्‍लेषण शुरुआती है। विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि लॉन्‍च साइट को हुआ नुकसान व्‍यापक है।

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    कई महीने लग जाएंगे मरम्‍मत में

    MIT में एस्ट्रोनॉटिक्स और इंजीनियरिंग के प्रोफेसर ओलिवियर डी वेक ने न्‍यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि लॉन्‍च की वजह से पैदा हुए मलबे और वहां फैलीं अव्‍यवस्‍थाओं का दायरा काफी बड़ा था। ज्‍यादा नुकसान लॉन्‍च पैड के बेस पर हुआ है। गड्ढे की मरम्‍मत में कई महीनों लग जाएंगे।

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    लॉन्‍च साइट पर थी कई कमियां!

    ओलिवियर डी वेक के मुताबिक, इतने बड़े रॉकेट को लॉन्‍च करने के दौरान पर्याप्‍त ‘वॉटर डेल्‍यूज सिस्‍टम' की कमी थी। इस सिस्‍टम के जरिए लॉन्‍च पैड को ठंडा रखा जाता है और रॉकेट के लॉन्‍च से होने वाले झटकों और साउंड वेव्‍स को भी अवशोषित किया जाता है। रिपोर्टों के अनुसार, टेक्‍सास की साइट में उन सुरंगों की भी कमी है, जो रॉकेट की गर्मी को वहां से दूर ले जाती हैं।

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    इसलिए जरूरी है स्‍टारशिप रॉकेट

    बहरहाल, स्पेसएक्स ने लॉन्‍च साइट के नीचे एक विशाल वाटर-कूल्ड स्टील प्लेट का निर्माण शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि स्‍पेसएक्‍स आने वाले महीनों में स्‍टारशिप रॉकेट पर दोबारा काम शुरू करेगी। स्‍टारशिप मिशन इसलिए महत्‍वपूर्ण है, क्‍योंकि इस रॉकेट के जरिए ही इंसान को मंगल ग्रह तक ले जाने की तैयारी है। तस्‍वीरें, AFP के ट्विटर अकाउंट से और स्‍पेसएक्‍स से।

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