दुनिया का 7वां सबसे बड़ा, दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश भारत अंतरिक्ष से कैसा दिखता होगा? हमारे पास इस सवाल का जवाब है और यह मुमकिन हुआ है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी ISS पर लगे कैमरों से। पृथ्वी से 400 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष में तैनात आईएसएस को अंतरिक्ष यात्रियों का दूसरा घर भी कहा जाता है। कुछ दिनों पहले आईएसएस ने भारत के ऊपर से अपना सफर तय किया। तब इसमें लगे कैमरों ने जो कुछ कैप्चर किया, वह आपको भी देखना चाहिए।
पृथ्वी की सतह से लगभग 400 किलोमीटर ऊपर उड़ने वाला यह स्पेस स्टेशन कई देशों का जॉइंट प्रोजेक्ट है, जिसमें रूस और अमेरिका भी शामिल हैं। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में वैज्ञानिकों की एक टीम हमेशा तैनात रहती है और ISS को सुचारू रूप से चलाने के साथ वहां अपने मिशनों को भी पूरा करती है।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन लगभग 7.6 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा करता है। इस दौरान यह दुनियाभर के देशों के ऊपर से होकर गुजरता है। पिछले महीने 22 दिसंबर को आईएसएस ने भारत के ऊपर से उड़ान भरी। इसका वीडियो अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने शेयर किया था। हमने इसे तस्वीरों में समेटकर आपके सामने पेश किया है।
रिपोर्टों के अनुसार, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ने मुंबई और बंगलूरू के ऊपर से उड़ान भरी थी। वह पाकिस्तान की सीमा के करीब उत्तर-पश्चिमी तट से भारत के आसमान में दाखिल हुआ था। आईएसएस में लगे कैमरों ने भारतीय इलाके को रिकॉर्ड किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, फ्लाईबाई के दौरान इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन महाराष्ट्र के कई इलाकों से होकर गुजरा, जिनमें सतारा, सांगली और पुणे समेत कई शहर शामिल थे। जैसाकि हमने बताया यह फ्लाईबाई 22 दिसंबर को हुआ था। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि उस दिन भारत में मौसम साफ था और भारत का यह क्षेत्र स्पष्ट नजर आ रहा था।
ISS Above ट्विटर अकाउंट से बताया गया था कि भारत के ऊपर आसमान साफ है। पाकिस्तान से होते हुए मुंबई और बंगलूरू समेत कई अन्य शहरों से गुजरते हुए SE आगे बढ़ रहा है। नासा ने उन शहरों का मैप भी शेयर किया था, जहां से स्पेस स्टेशन गुजरा। गौरतलब है कि स्पेस स्टेशन (ISS) 7.6 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा करता है। यह दिन में 16 बार पृथ्वी की परिक्रमा करता है, यानी वहां रह रहे अंतरिक्ष यात्रियों के सामने 16 सूर्योदय और सूर्यास्त होते हैं।