अगर आपकी दिलचस्पी आसमान में होने वाली घटनाओं पर है, तो जून का यह महीना इसे बेहद खास बनाने वाला है। एक के बाद एक हमारे सौर मंडल के ग्रह आपको कतार में खड़े नजर आएंगे और सबसे खास बात यह है कि इस परेड में आपको चंद्रमा भी नजर आएगा। दो या तीन ग्रहों को एक साथ कंजक्शन में देखना एक सामान्य घटना है, लेकिन 5 ग्रहों का कंजक्शन अपने आप में बेहद खास नजारा है। आखिरी बार पांच ग्रहों को बिना दूरबीन की मदद के दिसंबर 2004 में देखा गया था।
इस बार जिन पांच ग्रहों को बिना दूरबीन की मदद के यानी नग्न आंखों के देखा जा सकता है, उनमें बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि शामिल हैं। यह नजारा इस महीने लगभग हर दिन दिखाई देगा, लेकिन इसके लिए रात के दूसरे पहर का इंतजार करना होगा। इस खास नजारे को देखने के लिए उत्तरी गोलार्ध में रहने वालों को पूर्व और दक्षिण की ओर देखना होगा, जबकि दक्षिणी गोलार्ध के लोगों को पूर्व और उत्तर की ओर देखना चाहिए।
भारत की बात करें, तो यहां लोगों को पूर्व और दक्षिण दिशा की ओर देखना है, क्योंकि भारत उत्तरी गोलार्ध में स्थित है। सूर्योदय से ठीक पहले यह नजारा सबसे बेहतर दिखाई देगा। वैज्ञानिकों की मानें, तो लोगों के पास सिर्फ आधे घंटे का समय होगा। सुबह 4.15 बजे से 4.45 बजे के बीच का समय सबसे बेहतर रहेगा। उसके बाद सूर्य की चमक के साथ ये ग्रह धुंधले पड़ते चले जाएंगे। दिलचस्प बात यह है कि ये पांच ग्रह आकाश में उसी क्रम में दिखाई देंगे जैसे वे सूर्य के चारों ओर अपनी-अपनी कक्षाओं में हैं।
यानी सबसे पहले बुध ग्रह नजर आएगा। उसके बाद शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि होंगे। साथ में चंद्रमा भी दिखाई देगा। वैसे तो यह घटना पूरे महीने नजर आएगी, लेकिन 23 से 25 जून की सुबह सबसे खास होगी इस नजारे को देखने के लिए। बताया जाता है कि ग्रहों का ऐसा एलाइनमेंट पिछली बार 5 मार्च 1864 को हुआ था। अगर आपके पास टेलिस्कोप है, तो यह नजारा और भी बेहतर तरीके से देखा जा सकता है।
खगोलविदों ने कहा है कि लोगों के पास इन पांच ग्रहों को देखना का भरपूर मौका है, लेकिन अगर मौसम खराब होगा या आसमान में ज्यादा बादल होंगे, तो यह मजा किरकिरा हो सकता है। जो भी लोग इस नजारे को देखना चाहते हैं, उन्हें सुबह जल्दी उठना होगा। साथ ही ऐसी जगह की ओर बढ़ना होगा, जहां से आकाश को बेहतर तरीके से स्कैन किया जा सके।