अंतरिक्ष में किसी यात्री की मौत हो जाए तो उसके लिए नियम-कायदे पहले से तय किए गए हैं।
स्पेश मिशनों के 60 साल के इतिहास में अब तक 20 यात्रियों ने अपनी जान गंवाई है।
14 अंतरिक्ष यात्रियों की मौत 1986 और 2003 में नासा की स्पेस शटल ट्रैजिडी में हुई।
1971 में सोयुज 11 मिशन के दौरान 3 अंतरिक्ष यात्री मारे गए थे।
3 यात्रियों की मौत 1967 में अपोलो 1 लॉन्च पैड पर लगी एक आग में हुई थी।
यात्री की मौत होने पर चालक दल बॉडी को एक कैप्सूल में रखकर वापस पृथ्वी पर ला सकता है।
लो-अर्थ ऑर्बिट से चालक दल जल्दी धरती पर लौट सकता है, लेकिन चंद्रमा से लौटने में लगता है वक्त।
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