सूर्य में हो रहे विस्फोट वैज्ञानिकों को चौंका रहे हैं। जिसकी प्रमुख वजह सोलर मैक्सिमम है।
सोलर मैक्सिमम ऐसा पीरियड है, जिसमें सूर्य बहुत ज्यादा उत्तेजित हो जाता है। उसमें विस्फोट होते हैं।
23 जुलाई को यूरोप के वैज्ञानिकों को X14 कैटिगरी के सोलर फ्लेयर की जानकारी मिली, जो सूर्य के सुदूर इलाके से निकला।
यह इस सोलर साइकल का सबसे पावरफुल फ्लेयर था। इससे बड़ा विस्फोट सूर्य में साल 2003 में रिकॉर्ड किया गया था।
अगर सोलर फ्लेयर की दिशा पृथ्वी की ओर हुई तो दुनियाभर में रेडियो ब्लैकआउट हो सकता है।
एक्स क्लास सोलर फ्लेयर को सबसे पावरफुल माना जाता है। यह एम क्लास सोलर फ्लेयर के मुकाबले 10 गुना ज्यादा एनर्जी के साथ विस्फोट करते हैं।
खास बात है कि मौजूदा सोलर फ्लेयर के साथ एक बहुत बड़ा कोरोनल मास इजेक्शन (CME) भी निकला था।
जब सूर्य की चुंबकीय ऊर्जा रिलीज होती है, तो उससे निकलने वाली रोशनी और पार्टिकल्स से सौर फ्लेयर्स बनते हैं।
सोलर फ्लेयर जियो मैग्नेटिक यानी भू-चुंबकीय गड़बड़ी पैदा कर सकता है। जिससे सैटेलाइट्स में शॉर्ट सर्किट हो सकता है और पावर ग्रिड पर असर पड़ सकता है।
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