जापान की स्पेस एजेंसी ‘जाक्सा' (Jaxa) का मून मिशन कुछ ही घंटों में चंद्रमा पर लैंड करने की कोशिश करेगा।
सबकुछ प्लान के हिसाब से हुआ तो जापान, चंद्रमा पर उतरने वाला पांचवां देश बन जाएगा।
पिछले साल 7 सितंबर को जापान ने SLIM (स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून) स्पेसक्राफ्ट को मिशन पर रवाना किया था।
‘स्लिम' लैंडर भारतीय समय के अनुसार रात 8:50 बजे चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश करेगा।
भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो (ISRO) ने चांद पर पहुंचने में 40 दिन लगाए थे। लेकिन जापानी मिशन को 4 महीने लग रहे हैं।
4 महीनों के सफर में जापान का स्पेसक्राफ्ट करीब एक महीने से चांद का चक्कर लगा रहा है।
जापान का मिशन चांद पर शियोली क्रेटर (Shioli Crater) में लैंडिंग की कोशिश करेगा।
SLIM लैंडर की तुलना भारत के विक्रम लैंडर से करें तो SLIM लैंडर लगभग 200 किलो का है, जबकि विक्रम लैंडर का वजन 1750 किलो था।
सितंबर 2023 में जाक्सा ने स्लिम स्पेसक्राफ्ट (SLIM) को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के मकसद से रवाना किया था। स्पेसक्राफ्ट को H 2A नाम के रॉकेट पर सवार किया गया था।
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Image: iStock