एस्टरॉयड को धरती पर रहने वाली सबसे विशालकाय प्रजाति, डायनासोर के खात्मे का कारण माना जाता है।
कहा जाता है कि माउंट एवरेस्ट से भी बड़े एक एस्टरॉयड के पृथ्वी से टकराने के कारण धरती से डायनासोरों समेत तीन चौथाई जीव जंतु खत्म हो गए थे।
नई रिसर्च में कहा गया है कि एस्टरॉयड के पृथ्वी से टकराने पर धूल का जो गुबार फैला, उसने पृथ्वी को लंबी सर्दियों में धकेल दिया।
एक जीवाश्म स्थल पर मिले पार्टिकल्स को स्टडी करने के बाद वैज्ञानिकों ने यह बात कही है।
नेचर जियोसाइंस जर्नल में पब्लिश स्टडी कहती है कि एस्टरॉयड की टक्कर से महीन सिलिकेट की धूल निकली होगी।
यह धूल कम से कम 15 साल तक हमारे में वायुमंडल में रही होगी और ग्लोबल टेंपरेचर 15 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया होगा।
जिन पार्टिकल्स के हवाले से वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे हैं, वो अमेरिका के नॉर्थ डकोटा में टैनिस जीवाश्म स्थल पर पाए गए थे।
स्टडी के अनुसार धूल के जिन कणों ने पृथ्वी को घेरा, वह 0.8 से 8.0 माइक्रोमीटर्स के थे। जो 15 साल तक वायुमंडल में बने रहने के लिए परफेक्ट हैं।
इस धूल ने कम से कम एक साल तक पौधों में प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को बंद कर दिया होगा और जीव जंतुओं के लिए भोजन खत्म हो गया।
गैजेट्स अपडेट्स
के लिए
क्लिक करें
Image: iStock