सौरमंडल में बृहस्पति, या जुपिटर ग्रह सबसे बड़ा ग्रह है। लेकिन इसके पास सौरमंडल का सबसे बड़ा चंद्रमा भी है।
गैनीमिडी (Ganymede) जुपिटर का सबसे बड़ा चंद्रमा है। लेकिन यह सौरमंडल में भी सबसे बड़ा चंद्रमा है।
इसकी त्रिज्या यानी रेडियस 2631 किलोमीटर की है। इसीलिए इसे सौरमंडल के सबसे बड़े चंद्रमा का तमगा मिला हुआ है।
गैनीमिडी को इटली के एस्ट्रॉनॉमर गैलीलियो ने 7 जनवरी, 1610 ई. में खोजा था।
Ganymede आकार में सौरमंडल के ग्रहों से भी बड़ा है। इसका साइज बुध ग्रह, और प्लूटो ग्रह से भी बड़ा है।
यह तीन परतों से मिलकर बना है। सबसे भीतरी परत धातु की है, बीच वाली परत चट्टानी परत है, और इसकी ऊपरी परत बर्फ से बनी है।
कहा जाता है कि इसकी जमी हुई ऊपरी सतह के नीचे नमकीन सागर मौजूद है। जिससे यहां पर जीवन की संभावना तलाशी जा सकती है।
1995 में हबल स्पेस टेलीस्कोप की मदद से वैज्ञानिकों ने इसके वातावरण में ऑक्सीजन की मौजूदगी खोजी थी।
यह इकलौता चंद्रमा है जिसका अपना खुद का मेग्नेटिक फील्ड भी है। नासा के गैलीलियो स्पेसक्राफ्ट ने 1996 में इस बात का पता लगाया था।
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Image: iStock