अंतरिक्ष में ग्रहों, उपग्रहों के अलावा एस्टरॉयड भी मौजूद हैं जो कि अबतक 13 लाख संख्या तक पहुंच चुके हैं।
इनको लघु ग्रह या क्षुद्र ग्रह कहा गया है, क्योंकि बनावट में ये ग्रहों से ही मिलते-जुलते हैं।
ग्रह से तुलना का दूसरा कारण यह कि ये भी सूरज के चारों ओर चक्कर लगाते हैं।
एस्टरॉयड की कक्षा ग्रहों की कक्षा से अलग होती है, लेकिन ये ग्रहों के रास्ते में भी आ सकते हैं।
नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेट्री ने ऐसे ही एस्टरॉयड्स का अलर्ट जारी किया है।
एस्टरॉयड 2024 VZ2 कुछ घंटों के भीतर धरती के करीब आने वाला है। यह 68 फीट का पत्थर है जो बिजली की तेजी से आएगा।
यह एस्टरॉयड 13 लाख Km तक धरती के नजदीक आएगा। यह एक हवाई जहाज जितना बड़ा बताया गया है।
2024 UC5 भी आज पृथ्वी के करीब से गुजरने वाला है। यह एक मकान जितना बड़ा है।
Image: GettyImagesडायनासोर जैसे भीमकाय जीवों के खात्मे का कारण भी एस्टरॉयड्स को ही माना जाता है। इसी तरह छोटे एस्टरॉयड भी विनाशकारी हो सकते हैं।
2013 में रूस के चेलयाबिंस्क में 59 फीट का उल्का पिंड फटा था जिसने 1500 लोगों को घायल कर दिया था।